




सबसे ज्यादा कमाई करने वाले बैंकों की सूची में एक बैंक ऐसा भी है जिसके मुनाफे में 101 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी हुई है।
देश के सभी 12 सरकारी बैंकों ने वर्ष के दौरान रिकॉर्ड मुनाफा कमाया है, जो गैर-निष्पादित आस्तियों (एनपीए) में कमी और लेनदेन में वृद्धि के कारण संभव हुआ है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने वित्त वर्ष 2024-25 में रिकॉर्ड 1 लाख 79 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया है। यह आंकड़ा पिछले वर्ष की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक है। वित्त वर्ष 2023-24 में इन 12 बैंकों को 1 लाख 41 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। दिलचस्प बात यह है कि भारी मुनाफा कमाने वाले इन 12 बैंकों में से आधे यानी छह बैंक ऐसे हैं, जिन्होंने एक साल में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का मुनाफा कमाया है।
इस बैंक को 101 प्रतिशत लाभ हुआ है।
सबसे अधिक कमाई करने वाले बैंकों की सूची में भारतीय स्टेट बैंक शीर्ष पर है। एसबीआई ने सबसे अधिक 70,901 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। बैंक ऑफ बड़ौदा अगली पंक्ति में है। बीओआई ने 19,581 करोड़ रुपये का लाभ कमाया है। यूनियन बैंक ने वित्त वर्ष में 17,978 करोड़ रुपये कमाए हैं। यूनियन बैंक 17 करोड़ 540 लाख रुपए राजस्व के साथ सर्वाधिक आय वाले बैंकों की सूची में चौथे स्थान पर है। पंजाब नेशनल बैंक का मुनाफा सबसे ज्यादा 101 फीसदी बढ़कर 16,630 करोड़ रुपये हो गया है। सर्वाधिक लाभ वृद्धि वाले बैंकों की सूची में सेंट्रल बैंक 78 प्रतिशत की वृद्धि के साथ दूसरे स्थान पर तथा पंजाब एंड सिंध बैंक 71 प्रतिशत की वृद्धि के साथ तीसरे स्थान पर है।
शुद्ध एनपीए अनुपात 0.70 प्रतिशत से कम
बैंकों का शुद्ध एनपीए 0.70 प्रतिशत से कम है। पंजाब एंड सिंध बैंक का एनपीए 0.96 प्रतिशत से भी कम है। सबसे कम एनपीए 0.18 प्रतिशत से कम बैंक ऑफ महाराष्ट्र का है।
‘4आर’ नीति के कारण कमी
सरकार ने बैंकों की स्थिति सुधारने और एनपीए कम करने के लिए ‘4आर’ नीति लागू की। इनमें पुनर्पूंजीकरण (बैंकों में पूंजी डालना), मान्यता (समस्याग्रस्त ऋणों की पहचान करना), समाधान (खराब ऋणों का समाधान करना) और सुधार (बैंकिंग प्रणाली में सुधार करना) शामिल थे। इन नीतियों से बैंकों के एनपीए में कमी आई। खराब ऋणों की समस्या को नियंत्रण में लाया गया।
चौथी तिमाही में 48,451 करोड़ रुपये का मुनाफा
चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च के बीच बैंकों का मुनाफा 48,451 करोड़ रुपये रहा। 2023-24 की इसी तिमाही में बैंकों का लाभ 428476 करोड़ रुपये था। अकेले एसबीआई का लाभ हिस्सा 18643 करोड़ रुपये है।
सबसे अधिक आय किसकी है?
भारतीय स्टेट बैंक 70,901 करोड़ रुपये
बैंक ऑफ बड़ौदा 19,581 करोड़ रुपये
यूनियन बैंक 17,978 करोड़ रुपए
केनरा बैंक 17 करोड़ 540 लाख रुपए
पंजाब नेशनल बैंक 16,630 करोड़ रुपए
एसबीआई का मुनाफा 10 प्रतिशत गिरा
तिमाही आधार पर सभी बैंकों के मुनाफे में वृद्धि हुई, लेकिन एसबीआई के मुनाफे में 10 प्रतिशत की गिरावट आई। पंजाब एंड सिंध बैंक 124 प्रतिशत के साथ सर्वाधिक लाभ अर्जित करने में अग्रणी है। बैंक ऑफ इंडिया का मुनाफा 82.3 प्रतिशत, पंजाब नेशनल बैंक का 52 प्रतिशत, केनरा बैंक का 28 प्रतिशत, इंडियन बैंक का 32 प्रतिशत तथा इंडियन ओवरसीज बैंक का 30 प्रतिशत बढ़ा है।