




आज हम आपको रूसी डिफेंस कंपनी ‘अल्माज-आंतेय’ के बारे में बताने जा रहे हैं. आइए जानते हैं इस कंपनी से जुड़ी कुछ खास बातें…
भारत-पाक के बीच हुए तनाव के बीच एक नाम सबने सुना S-400. दरअसल S-400 एक मिसाइल डिफेंस सिस्टम है जो कि भारत इस्तेमाल करता है. इस सिस्टम ने पाक की तरफ से भेजे गए ड्रोन और मिसाइलों का काम हवा में ही तमाम कर दिया था. ये सिस्टम दुनिया के टॉप डिफेंस सिस्टम में से एक है. इसे रूस ने बनाया है, ऐसे में आज हम इस सिस्टम को बनाने वाली कंपनी के बारे में जानेंगे.
S-400 को रूस की अल्माज-आंतेय (Almaz-Antey) ने बनाया है. यह कंपनी हवाई रक्षा सिस्टम और क्रूज मिसाइल जैसी तकनीकें बनाकर दुनियाभर में अपनी पहचान बना चुकी है. अल्माज-आंतेय की स्थापना साल 2002 में रूस के राष्ट्रपति के आदेश पर हुई थी. इसे दो बड़ी सैन्य कंपनियों – एनपीओ अल्माज और आंतेय कॉरपोरेशन के विलय से बनाया गया. इसका हेड क्वार्टर मास्को में है और 2017 की रिपोर्ट के अनुसार कंपनी ने 9.125 बिलियन डॉलर की डिफेंस सेल्स की थी, जिससे यह दुनिया की आठवीं सबसे बड़ी डिफेंस कंपनी बन गई.
क्या बनाती है यह कंपनी?
अल्माज-आंतेय मुख्य रूप से एयर डिफेंस सिस्टम, एयरक्राफ्ट और आर्मर्ड व्हीकल्स के लिए हथियार, मिसाइल सिस्टम, रडार और आर्टिलरी शेल्स तैयार करती है. इसके अलावा यह कंपनी सिविल सेक्टर के लिए भी प्रोडक्ट्स बनाती है. जिनमें एयर ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम, मौसम रडार, नेविगेशन सिस्टम, न्यूक्लियर प्लांट्स के लिए वेंटिलेशन वाल्व, प्लास्टिक पैकेजिंग आदि शामिल हैं.
कई बार विवादों में भी रही कंपनी
2003 में कंपनी के डायरेक्टर जनरल इगोर क्लिमोव की हत्या कर दी गई थी, जिसकी जांच में यह पता चला कि यह कंपनी के भीतर चल रहे प्रॉपर्टी ऑडिट से जुड़ा मामला था. 2014 में यूक्रेन संकट के चलते अमेरिका ने इस कंपनी पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगा दिए. इसके बाद 2022 में रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद यूरोपीय यूनियन ने भी कंपनी को सैंक्शन लिस्ट में डाल दिया. अल्माज-आंतेय पूरी तरह से रूसी सरकार के अधीन है. इसके 100% शेयर Federal Agency for State Property Management के पास हैं.