




ऑपरेशन सिंदूर के हीरो बने नागास्त्र ड्रोन, शेयरों ने रचा इतिहास।
ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना की बड़ी कामयाबी के बाद, इस मिशन में इस्तेमाल किए गए ‘नागास्त्र ड्रोन‘ की लोकप्रियता और मांग में जबरदस्त इज़ाफा देखने को मिला है।
Solar Industries और ZMotion Technologies द्वारा निर्मित यह मेड इन इंडिया ड्रोन अब सिर्फ सुरक्षा नहीं, बल्कि शेयर बाजार में निवेश का हीरो भी बन गया है।
शेयर बाजार में जबरदस्त उछाल
Solar Industries India के शेयर ने 16 मई को 0.98% की बढ़त के साथ ₹14,014.50 पर कारोबार किया।
कंपनी ने इस साल अब तक 43.36% का रिटर्न दिया है।
पिछले 5 दिनों में 3.99% का मुनाफा भी मिला है।
स्टॉक का RSI 70.01 पर पहुंच गया है, जिससे यह ओवरबॉट जोन में माना जा रहा है।
नागास्त्र ड्रोन की विशेषताएं – ‘साइलेंट किलर’
रेंज: 100 किलोमीटर से अधिक
ऊंचाई: 4,500 मीटर तक उड़ान
फ्लाइट टाइम: 1 घंटा
पेलोड कैपेसिटी: 2 किलोग्राम
साइलेंस टेक्नोलॉजी: बहुत कम आवाज
पैराशूट रिकवरी: फेल होने पर सुरक्षित वापसी
‘सुसाइड ड्रोन‘ जो दुश्मनों को देता है करारा जवाब
नागास्त्र ड्रोन को Loitering Munition तकनीक से बनाया गया है। यह टारगेट को सटीकता से पहचानता है और उस पर सीधा क्रैश होकर पूरा कैंप तबाह कर सकता है। इसमें जवानों की जान को खतरे में डाले बिना मिशन पूरा करने की ताकत है।
ऑर्डर और निर्माण स्थिति
भारतीय सेना ने 480 नागास्त्र ड्रोन का ऑर्डर दिया है।
जून 2024 में पहला बैच (120 ड्रोन) सेना को सौंपा गया।
बाकी यूनिट्स का निर्माण तेजी से चल रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर में नागास्त्र ने दिखाया दम
22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों के 9 ठिकानों को नेस्तनाबूद किया।
इनमें से कई ठिकानों को नागास्त्र ड्रोन द्वारा टारगेट किया गया था, जिससे यह ड्रोन आज राष्ट्रीय सुरक्षा का प्रतीक बन गया है।