





सेवानिवृत्त सेना अधिकारी और राष्ट्रीय ट्रायथलॉन खिलाड़ी कैप्टन सुभाष निर्मले ग्रामीण भारत को बना रहे हैं राष्ट्ररक्षक।
सेवानिवृत्त सेना अधिकारी और राष्ट्रीय ट्रायथलॉन खिलाड़ी कैप्टन सुबाष निर्मले ने अपने जीवन का दूसरा अध्याय युवाओं को राष्ट्रसेवा के लिए तैयार करने में समर्पित किया है। उन्होंने 1 मई 2012 को “कैप्टन सुबाष निर्मले करिअर अकॅडमी” की स्थापना की थी, जो आज महाराष्ट्र के ग्रामीण युवाओं के लिए रक्षा क्षेत्र में प्रवेश का प्रमुख केंद्र बन चुकी है।
अकॅडमी की विशेषताएँ
१.’5 एकड़ परिसर में फैला आधुनिक प्रशिक्षण केंद्र
२. 400 मीटर का रनिंग ट्रैक, फिजिकल ट्रेनिंग के लिए उपयुक्त
३. 500+ छात्र हर वर्ष प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं
४.’अब तक 3000+ छात्र भारतीय सेना, पुलिस, स्टाफ सिलेक्शन व अन्य सेवाओं में चयनित
शारीरिक और बौद्धिक विकास का अनूठा संगमअकॅडमी में:
१. 4 योग्य शारीरिक प्रशिक्षक
२. 3 अनुभवी अकॅडमिक शिक्षक
३. लड़कों और लड़कियों के लिए अलग लाइब्रेरी
४. रेजिडेंशियल सुविधा – जिससे छात्र पूर्ण रूप से समर्पित प्रशिक्षण ले सकें
संस्थापक की प्रेरणादायक यात्रा
१. कैप्टन सुबाष निर्मले ने 25 अगस्त 1983 को भारतीय सेना में अपनी सेवा शुरू की थी।
२. वे राष्ट्रीय ट्रायथलॉन प्रतियोगिताओं में लगातार 14 वर्षों तक विजेता या उपविजेता रहे हैं।
३. उनकी कोचिंग में भारत ने 2007 के वर्ल्ड मिलिट्री गेम्स (मुंबई) और 2010 के एशियन गेम्स (चीन) में भाग लिया।
४. उन्होंने राष्ट्रीय टीम को कोचिंग देने का प्रस्ताव ठुकराकर ग्रामीण युवाओं के सशक्तिकरण को प्राथमिकता दी।
अकॅडमी का मिशन
“ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले प्रेरित युवाओं को आत्मविश्वास, क्षमता और अनुशासन से युक्त सैनिक बनाना।”
भविष्य की योजना
१. प्रशिक्षण क्षमता को बढ़ाना
२. तकनीकी और अकॅडमिक कोर्सेस को जोड़ना
३. रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों और विशेषज्ञों के साथ साझेदारी कर विशेष मार्गदर्शन देना
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