




भारत-मालदीव संबंधों में फिर से गर्माहट, अब्दुल्ला खलील ने भारत को बताया भरोसेमंद साझेदार।
नई दिल्ली, 26 मई 2025: भारत और मालदीव के बीच संबंधों में एक बार फिर से सकारात्मक मोड़ देखने को मिला है। दिल्ली में मालदीव के विदेश मंत्री अब्दुल्ला खलील और भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर के बीच हुई बैठक में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की गई। खलील ने पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए भारत को आतंकवाद के खिलाफ मालदीव का “दृढ़ समर्थन” देने की बात कही।
भारत-मालदीव रिश्ते पटरी पर लौटते दिखे
एक साल पहले जब मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत-विरोधी रुख अपनाया और भारतीय सैनिकों की वापसी का आदेश दिया, तब दोनों देशों के रिश्तों में दरार आ गई थी। सोशल मीडिया पर #BoycottMaldives ट्रेंड करने लगा था। लेकिन भारत ने इस दौरान भी संतुलित नीति अपनाई और आर्थिक सहायता देना जारी रखा।
अब, अब्दुल्ला खलील की यह यात्रा दोनों देशों के बीच विश्वास बहाली का प्रतीक मानी जा रही है। वह एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आए हैं और दोनों देश अब समुद्री सुरक्षा, आर्थिक साझेदारी और आतंकवाद विरोधी सहयोग जैसे मुद्दों पर मिलकर आगे बढ़ना चाहते हैं।
जयशंकर ने बैठक की तस्वीर सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “हम आतंकवाद के खिलाफ मालदीव के समर्थन और एकजुटता का स्वागत करते हैं। भारत हमेशा मालदीव की प्रगति और विकास के लिए प्रतिबद्ध है।”
बैठक में आर्थिक सहयोग, समुद्री सुरक्षा, और रणनीतिक भागीदारी जैसे विषयों पर विस्तृत चर्चा हुई। पिछले साल जब मुइज्जू सरकार ने भारत-विरोधी नीति अपनाई थी, तब दोनों देशों के संबंधों में खटास आई थी, लेकिन अब परिस्थितियां बदल रही हैं।
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