




DGCA की चेतावनी को किया नजरअंदाज? एयर इंडिया हादसे पर सनसनीखेज खुलासे।
गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया के बोइंग विमान के हादसे के बाद देश में नागरिक उड्डयन सुरक्षा व्यवस्था पर कई बड़े सवाल उठने लगे हैं।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के पूर्व संयुक्त सचिव डॉ. सनत कौल ने दावा किया है कि DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) पहले ही एयर इंडिया को कई चेतावनी पत्र भेज चुका था।
“दोनों इंजन कैसे फेल हो गए?” – पूर्व संयुक्त सचिव ने उठाए सवाल
डॉ. कौल ने कहा: “यह हादसा बहुत ही दुखद और भयावह है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि दोनों इंजन एक साथ कैसे फेल हो सकते हैं? तकनीकी खराबी हो सकती है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि बोइंग एक प्रतिष्ठित कंपनी है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इसके निर्माण गुणवत्ता पर लगातार सवाल उठते रहे हैं।
10 साल पुराना था हादसे का शिकार हुआ बोइंग ड्रीमलाइनर
हादसे का शिकार हुआ विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर था, जिसकी उम्र सिर्फ 10 साल थी।
यह विमान एयर इंडिया की दिल्ली-अहमदाबाद-लंदन कनेक्टिंग फ्लाइट AI171 थी, जो गुरुवार को दोपहर 1:38 बजे अहमदाबाद से टेकऑफ के बाद अस्पताल के हॉस्टल से टकराकर क्रैश हो गई।
241 लोगों की मौत, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल
इस दर्दनाक हादसे में 230 यात्रियों और 12 क्रू सदस्यों में से 241 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है।
मृतकों में शामिल हैं:
169 भारतीय नागरिक
53 ब्रिटिश नागरिक
7 पुर्तगाली नागरिक
1 कनाडाई नागरिक
इनमें गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी भी शामिल थे।
DGCA की चेतावनियों के बावजूद नजरअंदाजी?
डॉ. कौल ने कहा कि DGCA पहले ही एयर इंडिया को कई बार सुरक्षा संबंधी खामियों पर वॉर्निंग लेटर भेज चुका था।
“यह दिखाता है कि संभवतः उन चेतावनियों को गंभीरता से नहीं लिया गया। भारत का उड्डयन ढांचा अंतरराष्ट्रीय मानकों का है, लेकिन निगरानी और अनुपालन की प्रक्रिया में चूक हो सकती है।”
जांच में शामिल होंगी विदेशी टीमें और बोइंग विशेषज्ञ
इस गंभीर हादसे की जांच में अमेरिका से बोइंग की विशेषज्ञ टीम, GE एयरोस्पेस के इंजीनियर, और अन्य अंतरराष्ट्रीय विमानन एजेंसियां शामिल होंगी। DGCA ने जांच शुरू कर दी है।
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