




इजरायल-ईरान टकराव के बीच अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस को ईरान की चेतावनी, बोले- ‘नतीजे भुगतने होंगे’.
तेहरान/यरुशलम: ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते युद्ध की आंच अब वैश्विक शक्तियों तक पहुंच गई है। ईरान ने कड़ा रुख अपनाते हुए पश्चिमी देशों को सख्त चेतावनी दी है। ईरान ने कहा है कि यदि अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस ने इजरायल का साथ दिया या उसकी सैन्य कार्रवाई में मदद की, तो उनके सैन्य ठिकानों और जंगी जहाजों को निशाना बनाया जाएगा।
यह चेतावनी ऐसे समय आई है जब इजरायल की ओर से की गई जानलेवा एयरस्ट्राइक में 78 लोगों की मौत और सैकड़ों के घायल होने की खबरें सामने आई हैं। जवाबी कार्रवाई में ईरान ने भी ऑपरेशन लॉन्च किया है।
ईरान का अल्टीमेटम: ‘इजरायल को समर्थन मिला तो हमला पक्का’
ईरान के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा: “अगर पश्चिमी देश इजरायल की सैन्य मदद करते हैं या ईरानी एयरस्ट्राइक को रोकने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें गंभीर नतीजे भुगतने होंगे। हम अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस के सैन्य ठिकानों को टारगेट करने के लिए तैयार हैं।”
नेतन्याहू की अपील: ‘ईरान की जनता तानाशाही के खिलाफ उठ खड़ी हो’
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरानी नागरिकों से सीधा संवाद करते हुए कहा: “यह लड़ाई ईरान की जनता से नहीं, बल्कि तानाशाही सत्ता से है। हमारी सैन्य कार्रवाई ईरानी जनता को स्वतंत्रता की ओर ले जाएगी। अब वक्त है कि आप अपनी तानाशाही सरकार को उखाड़ फेंकें।”
खामेनेई ने दी चेतावनी: ‘इजरायल ने नरक के द्वार खोले हैं’
ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने कहा: “इजरायल ने युद्ध शुरू किया है, लेकिन अब वह इससे बाहर नहीं निकल सकता। हमने ‘ऑपरेशन ट्रू प्रॉमिस 3’ लॉन्च किया है। इजरायल का अंत निश्चित है।”
ऑपरेशन्स का कोड नाम:
इजरायल का ऑपरेशन: राइजिंग लायन
ईरान का जवाबी ऑपरेशन: ट्रू प्रॉमिस 3
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