




“वंदे गंगा” जल संरक्षण अभियान को जन-जन तक पहुंचाने के निर्देश, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने साझा किया संकल्प।

कोटपुतली-बहरोड़ (राजस्थान): राज्य सरकार द्वारा शुरू किए गए “वंदे गंगा जल संरक्षण जन-अभियान” के तहत आज कोटपुतली-बहरोड़ जिला कलेक्ट्रेट सभागार में एक महत्त्वपूर्ण विभागीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जनप्रतिनिधियों की समस्याओं पर चर्चा की गई और जल संरक्षण के प्रयासों को जनसहभागिता के माध्यम से सशक्त बनाने पर जोर दिया गया।
बैठक की अध्यक्षता वरिष्ठ अधिकारियों ने की, जिसमें विराटनगर विधायक श्री कुलदीप धनखड़, कोटपुतली विधायक श्री हंसराज पटेल, और भाजपा जिलाध्यक्ष अलवर श्री महासिंह चौधरी समेत अन्य जनप्रतिनिधि और जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
जल संरक्षण को लेकर दिए गए महत्त्वपूर्ण निर्देश:
१. बैठक में अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि, “जल संरक्षण को लेकर जनसहभागिता और जनजागरूकता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
२. “वंदे गंगा जल संरक्षण जन-अभियान” को ग्राम पंचायतों से लेकर शहरी वार्डों तक व्यापक स्तर पर लागू किया जाए।
३. ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में जन संवाद, रैली, श्रमदान, जल स्रोतों की सफाई जैसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किए जाएं।
४. अभियान के तहत स्कूलों, कॉलेजों, स्वयंसेवी संस्थाओं को भी सक्रिय रूप से जोड़ा जाए।
वक्ताओं के विचार:
विराटनगर विधायक श्री.कुलदीप धनखड़ ने कहा कि जल संकट आने वाले समय की सबसे बड़ी चुनौती है और इसे मात देने के लिए स्थानीय स्तर पर जन आंदोलन की आवश्यकता है।
कोटपुतली विधायक श्री हंसराज पटेल ने जल संरक्षण में युवा पीढ़ी की भूमिका को महत्वपूर्ण बताते हुए इसे शिक्षा प्रणाली से जोड़ने की बात कही।
भाजपा जिलाध्यक्ष श्री महासिंह चौधरी ने सभी कार्यकर्ताओं से अपील की कि वे हर गांव में इस अभियान को जन-जन तक पहुंचाएं।
“वंदे गंगा” अभियान: राज्य सरकार की दूरदर्शी पहल
“वंदे गंगा जल संरक्षण जन-अभियान” राजस्थान सरकार की एक दूरदर्शी पहल है जिसका उद्देश्य है—
१. परंपरागत जल स्रोतों का संरक्षण
२. भूजल स्तर में सुधार
३. जल अपव्यय पर नियंत्रण
४. और भविष्य की पीढ़ियों के लिए जल संसाधनों का संतुलित उपयोग
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