




दुबई, अबूधाबी और फिलीपीन के बैंकों से मिली मदद, पाकिस्तान ने पांच साल के लिए किया अरब डॉलर का टर्म फाइनेंस करार।
इस्लामाबाद/दुबई, 20 जून 2025: आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय कर्जदाताओं से कुछ राहत मिली है। संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के पांच प्रमुख बैंकों ने पाकिस्तान को 1 अरब अमेरिकी डॉलर का लोन दिया है। यह फंड पांच वर्षों के लिए ‘सिंडिकेटेड टर्म फाइनेंस‘ के रूप में जारी किया गया है, जिससे पाकिस्तान को अपनी राजकोषीय स्थिरता बनाए रखने में कुछ सहारा मिला है।
कौन-कौन से बैंक शामिल हैं?
पाकिस्तानी वित्त मंत्रालय ने जानकारी दी कि दुबई इस्लामिक बैंक, स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक, अबूधाबी इस्लामिक बैंक, शारजाह इस्लामिक बैंक, अजमान बैंक और पाकिस्तान का एचबीएल बैंक इस लोन प्रक्रिया में शामिल हैं।
इसमें दुबई इस्लामिक बैंक ने इस्लामिक वैश्विक समन्वयक की भूमिका निभाई, जबकि स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक प्रमुख प्रबंधक रहा।
एडीबी की गारंटी और पश्चिम एशिया की एंट्री
यह लोन आंशिक रूप से एशियाई विकास बैंक (ADB) द्वारा समर्थित गारंटी पर आधारित है। मंत्रालय ने बताया कि यह 2021 के बाद पहली बार है जब पाकिस्तान ने वेस्ट एशिया के फाइनेंशियल मार्केट में एंट्री ली है, जो आर्थिक संकेतकों में सुधार और वैश्विक विश्वास का संकेत देता है।
वित्त मंत्री के सलाहकार की प्रतिक्रिया
वित्त मंत्री के सलाहकार खुर्रम शहजाद ने इस पर सोशल मीडिया मंच एक्स (X) पर लिखा: “पाकिस्तान को एडीबी गारंटी और पश्चिम एशिया के बैंकों से मिला ऐतिहासिक 1 अरब डॉलर का समर्थन, वित्तीय स्थिरता की दिशा में बड़ा कदम है।”
पहले भी मिली थी 800 मिलियन डॉलर की सहायता
इससे पहले जून की शुरुआत में फिलीपीन स्थित एक बैंक ने पाकिस्तान को 800 मिलियन डॉलर का समर्थन देने की घोषणा की थी। यह सहायता राजकोषीय स्थिरता को मजबूत करने और सार्वजनिक वित्तीय प्रबंधन सुधारने के लिए दी गई थी।
दिवालिया होने से बाल-बाल बचा था पाकिस्तान
पाकिस्तान 2023-24 में IMF (अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष) की मदद से दिवालिया होने से बचा था। उसके बाद उसने चालू खाता घाटा नियंत्रित कर 1.8 अरब डॉलर का सरप्लस भी दर्ज किया, जिसने कर्जदाताओं का विश्वास दोबारा जीतने में मदद की है।
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