




भारत-पाकिस्तान सीमा के समीप तनोट माता मंदिर परिसर में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बीएसएफ जवानों का उत्साहवर्धन किया, ऑपरेशन सिंदूर में उनकी बहादुरी को बताया अद्वितीय

जैसलमेर, राजस्थान: राजस्थान के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने आज जैसलमेर जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा से सटे प्रसिद्ध तनोट माता मंदिर परिसर में सीमा सुरक्षा बल (BSF) के वीर जवानों के साथ संवाद किया और उन्हें संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा, “हमारी मातृभूमि की रक्षा करने वाले वीर जवानों का साहस, अनुशासन और समर्पण भाव अतुलनीय है। आपकी वीरता पूरे देश को गौरवान्वित करती है।”
मुख्यमंत्री ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में बीएसएफ और सेना के अद्वितीय योगदान की सराहना करते हुए कहा कि यह अभियान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्णायक नेतृत्व का परिणाम है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और बीएसएफ ने जिस तरह दुश्मनों को करारा जवाब दिया है, वह राष्ट्रभक्ति और सामरिक ताकत का एक जीवंत उदाहरण है।
सीमा सुरक्षा बल का मनोबल बढ़ाने वाला कार्यक्रम
मुख्यमंत्री के इस संवाद कार्यक्रम में जवानों का उत्साह देखते ही बनता था।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जवानों के रहने, खानपान, संचार और संसाधनों को लेकर राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और कहा कि सीमा पर तैनात जवानों को हर जरूरी सुविधा प्रदान करना राज्य का कर्तव्य है।
तनोट माता मंदिर का ऐतिहासिक महत्व
तनोट माता मंदिर न सिर्फ एक आस्था का केंद्र है, बल्कि 1965 और 1971 के भारत-पाक युद्ध में जवानों का आध्यात्मिक संबल भी रहा है। मंदिर परिसर आज भी देशभक्ति और समर्पण की भावना से ओतप्रोत है।
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