




ऑपरेशन “अम कलावी” की सफलता के बाद नेतन्याहू का बड़ा ऐलान, बोले- हमने ईरान की सैन्य रीढ़ तोड़ दी।
इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन “अम कलावी” के सफल समापन पर देश को संबोधित किया और इसे ऐतिहासिक जीत करार दिया। 12 दिनों तक चले इस सैन्य अभियान में इजरायल ने ईरान के परमाणु ठिकानों, मिसाइल फैक्ट्रियों और सैन्य कमांड सेंटर्स पर एक के बाद एक घातक हमले किए।
क्या बोले नेतन्याहू?
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा: “अगर हम ईरान के खिलाफ समय पर कार्रवाई नहीं करते तो इजरायल का अस्तित्व खतरे में पड़ जाता। लेकिन हमने शेर की तरह उठकर दहाड़ लगाई और तेहरान को हिला दिया। अब ईरान कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं कर सकेगा।”
१. उन्होंने यह भी दावा किया कि: नतांज, इस्फहान और अराक जैसे प्रमुख परमाणु स्थलों को तबाह किया गया।
२. बैलिस्टिक मिसाइल अड्डे, भंडार, और लॉन्च साइट्स पूरी तरह ध्वस्त कर दिए गए।
३. ईरान के सैकड़ों रिवोल्यूशनरी गार्ड, वैज्ञानिक, और अधिकारियों को मार गिराया गया।
अमेरिका की सक्रिय भागीदारी
इस ऐतिहासिक हमले में अमेरिका ने इजरायल का खुला समर्थन किया। नेतन्याहू ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आभार जताते हुए कहा कि: “अमेरिकी सेना ने न केवल डिफेंसिव, बल्कि आक्रामक भूमिका निभाई। फोर्डो न्यूक्लियर फैसिलिटी पर हमला अमेरिकी सैन्य इतिहास का एक ऐतिहासिक कदम रहा।”
तेहरान को सबसे बड़ा झटका
इस ऑपरेशन में:
१. ईरान के तीन चीफ ऑफ स्टाफ और कई वरिष्ठ वैज्ञानिक मारे गए।
२. बसीज अड्डे, सरकारी मुख्यालय और शासन के प्रतीक नष्ट किए गए।
३. मिसाइलें लॉन्च से पहले ही नष्ट की गईं।
नेतन्याहू का आत्मशक्ति और चेतावनी का संदेश
प्रधानमंत्री ने इजरायली नागरिकों को सतर्क करते हुए कहा: “हम आत्मसंतुष्ट नहीं होंगे। जब तक बंधकों की रिहाई नहीं हो जाती और ईरानी धुरी का समूल नाश नहीं हो जाता, हमारी लड़ाई जारी रहेगी।”
उन्होंने गाज़ा, लेबनान, सीरिया और वेस्ट बैंक में चल रहे सैन्य अभियानों को भी इस जीत का अहम हिस्सा बताया।
शहीदों को श्रद्धांजलि, घायलों को सम्मान
नेतन्याहू ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि दी,घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की और आर्थिक पुनर्निर्माण का भी वादा किया।
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