




वैश्विक तनाव और डॉलर की मजबूती से रुपये पर पड़ा दबाव, निवेशकों की चिंता बढ़ी।
नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025 (सोमवार): अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा विभिन्न देशों पर 30% टैरिफ लगाने की चेतावनियों के बीच भारतीय रुपये पर दबाव और गहरा गया है। सोमवार को सप्ताह की शुरुआत में ही रुपया 21 पैसे टूटकर डॉलर के मुकाबले 86.02 पर आ गया, जिससे निवेशकों की चिंता और बढ़ गई है।
डॉलर के मुकाबले कमजोर हुआ रुपया
१. विदेशी मुद्रा डीलरों के मुताबिक, अमेरिकी टैरिफ नीति को लेकर अनिश्चितता और विदेशी पूंजी की निकासी ने रुपये को कमजोर किया।
२. आज की ओपनिंग: रुपया 17 पैसे नीचे गिरकर 86.02 पर खुला
३. पिछला बंद स्तर: शुक्रवार को रुपया 85.80 पर बंद हुआ था
४. इंटरबैंकिंग मार्केट: शुरुआती आंकड़ों में रुपया 85.96 पर कारोबार करता दिखा
इस दौरान डॉलर इंडेक्स, जो छह प्रमुख वैश्विक मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की स्थिति दर्शाता है, 0.08% बढ़कर 97.93 पर पहुंच गया। शुक्रवार को यह 97.85 पर बंद हुआ था।
घरेलू शेयर बाजार भी दबाव में
१. अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता का असर केवल करेंसी तक सीमित नहीं रहा। घरेलू शेयर बाजारों ने भी कमजोर शुरुआत की:
२. सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 295.37 अंक लुढ़ककर 82,205.10 पर आ गया
३. निफ्टी 50 भी 71.40 अंक गिरकर 25,078.45 पर पहुंच गया
ब्रेंट क्रूड और एफआईआई की स्थिति
ब्रेंट क्रूड में भी गिरावट देखी गई, जो 0.19% गिरकर 70.02 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
वहीं विदेशी संस्थागत निवेशक (FII) शुक्रवार को बाजार में बिकवाल रहे और 5,104.22 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की।
ट्रंप की धमकी और वैश्विक प्रतिक्रिया
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 12 जुलाई को EU प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयन और मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शेनबॉम को चेतावनी दी थी कि अगर व्यापार नीति में बदलाव नहीं हुआ, तो 1 अगस्त से 30% टैरिफ लागू किया जाएगा। इस धमकी ने वैश्विक व्यापार परिदृश्य में बेचैनी पैदा कर दी है।
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