




लोकप्रिय कॉमेडियन कपिल शर्मा ने हाल ही में प्रसारित अपनी वेब-शो “द ग्रेट इंडियन कपिल शो” के एक एपिसोड में Paytm संस्थापक विजय शेखर शर्मा से एक मनोरम सवाल पूछा– “ज़िंदगी जीने के लिए कितना पैसा चाहिए?” इस सवाल का जवाब देते हुए विजय ने चुटकी में बेहद संतुलित और विचारोत्तेजक उत्तर दिया, जिससे मंच पर मौजूद दर्शक हँसी और प्रेरणा दोनों ही महसूस करने लगे। आइए जानते हैं इस मज़ेदार और दिलचस्प बातचीत की पूरी कहानी।
मंच पर बातचीत: ज़िंदगी के लिए कितना पैसा चाहिए?
शो में बिज़नेस जगत के चार प्रमुख होंस्टार– boAt के अमन गुप्ता, MamaEarth की ग़ज़ल आलाघ, OYO के रितेश अग्रवाल और Paytm के विजय शेखर शर्मा खुद, शामिल थे। कपिल ने बातचीत की शुरुआत अपने शानदार सेंस ऑफ़ ह्यूमर से की। फिर उन्होंने विजय शेखर शर्मा से पूछा,
“ज़िंदगी जीने के लिए आपको क्या लगता है, कितना पैसा काफी होता है?”
विजय ने बड़े सहज और विनम्र अंदाज़ में जवाब दिया:
“ज़िंदगी के लिए जो खाना-पीना और सामान्य कपड़ों का खर्च होता है—मुझे लगता है ₹1–2 लाख प्रतिमाह से ज्यादा ज़रूरत नहीं है।”
कपिल ने तुरंत मज़ाकिया अंदाज़ में कहा,
“तो उतना रखिए, और बाकी हमें Paytm कर दीजिए।”
इस पर वहां मौजूद दर्शकों की हँसी का ठहाका गूंज उठा।
Paytm की शुरुआत का प्रेरणादायक किस्सा
सिर्फ़ पैसा ही नहीं, शो में विजय ने Paytm की उत्पत्ति भी साझा की:
वह एक बार इंटरनेशनल यात्रा के लिए दिल्ली एयरपोर्ट पर थे—लेकिन उनका वॉलेट एयरपोर्ट लाउंज में भूल गया। पास केवल उनका फोन था। उसी समय विचार आया कि लोग अब कैश की जगह फोन को ज्यादा इस्तेमाल करते हैं, इसलिए वॉलेट को फोन में मर्ज कर देना चाहिए। और यही सोच Paytm जैसे डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म की उत्पत्ति बनी।
स्टार्टअप मालिकों की हल्की-फुल्की बातचीत
इस एपिसोड में कपिल ने अन्य स्टार्टअप संस्थापकों से भी मजेदार बातचीत की:
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Aman Gupta (boAt) ने कहा कि उन्होंने Archana Puran Singh की हास्य हँसी को अपने हेडफोन के नॉइज़ कैंसलेशन टेस्ट में प्रयोग किया—हास्यपूर्ण अंदाज़ में।
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Ritesh Agarwal (OYO) ने बताया कि जब उन्होंने अपना ब्रांड शुरू किया, तो लोग OYO का नाम YoYo बोलते थे। इसके जवाब में कपिल ने मुस्कुराते हुए कहा, “हनी सिंह बीच में हिस्सा मांग ले।”
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Ghazal Alagh (MamaEarth) और कपिल की बातचीत भी काफ़ी मज़ेदार रही, जहाँ कपिल ने शिल्पा शेट्टी को समझाया कि पेरेंट्स को जागरूक करने में उनकी रणनीति कामयाब रही… हँसी-मज़ाक का दौर चलता रहा।
दर्शकों पर प्रभाव—मनोरंजन के साथ सीख
स्टार्टअप जगत के ये तमाम संस्थापक अपनी प्रेरक यात्राओं के साथ मंच पर आए और कानूनी तौर पर गंभीर चर्चाओं के बीच भी कॉमेडी के तड़के को बनाए रखा।
यह एपिसोड कॉमेडी और बिज़नेस दोनों को एक साथ जोड़ने में सफल रहा, जिससे दर्शक मनोरंजन के साथ-साथ सोचने—विचारने पर मजबूर हुए।
क्यों इस संवाद ने दिल जीता?
1. मूल्य और संतुष्टि की समझ
बहुत से लोग जीवन में बड़ा लक्ष्य रखते हुए सुपरफ्लोयसता की ओर बढ़ जाते हैं—लेकिन विजय का ₹1–2 लाख प्रतिमाह का उत्तर यह दर्शाता है कि साधारण, ठीक-ठाक जीवन ही असल में सच्ची ज़िंदगी है।
2. सरलता में सकलता
अपने खर्च, ज़िंदगी और व्यवसाय की शुरुआत को इतनी सरल और खुलकर साझा करना, विजय की आत्मीयता को दर्शाता है।
3. हँसी—ज्ञान का माध्यम
कपिल का हास्यपूर्ण कमेंट–“बाकी हमें Paytm कर दीजिए” दिखाता है कि ज्ञान और प्रेरणा हमेशा गंभीरता में नहीं, बल्कि हँसी-मज़ाक में भी बांटी जा सकती है।
संक्षेप में
यह एपिसोड केवल मज़ेदार नहीं, बल्कि शिक्षाप्रद था—जहाँ Vijay Shekhar Sharma ने ज़िंदगी के मूल खर्च की योजनाबद्ध दृष्टि दिखाई और Paytm की शुरुआत का सरल लेकिन दिलचस्प कारण बताया। कपिल शर्मा के संवाद और उनका चुटीला अंदाज़ इस सबक को और भी ज़्यादा आकर्षक, मनोरंजक और सहज बना देता है|
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