• Create News
  • Nominate Now

    पुणे मेट्रो लाइन 3: काम 85% पूरा, लेकिन परिचालन मार्च 2026 तक टला

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

    1. विस्तृत परिचय: परियोजना की स्थिति और महत्व

    पुणे मेट्रो का तीसरा मार्ग, फैला हुआ है हिंजवाड़ी से शिवाजीनगर तक—जगह जहां राजीव गांधी इन्फोटेक पार्क स्थित है। यह 23.3 कि.मी. लंबा ऊँचा (Elevated) मार्ग है, जिसमें 23 स्टेश्न होंगे और यह जोड़ेगा सिटी सेंटर को IT हब से। इसे सार्वजनिक–निजी भागीदारी (PPP) मॉडल में PMRDA और Tata-Siemens (PITCMRL) द्वारा विकसित किया जा रहा है। (turn0search22)

    2. देरी का क्रोनोलॉजी: अक्टूबर 2025 से मार्च 2026

    यह मार्ग पहले मार्च 2025 में चालू करने का लक्ष्य था, लेकिन लगभग एक-एक कर इसे सितंबर, फिर दिसंबर, और अब मार्च 2026 तक आगे बढ़ाया गया है। इस बात को राज्य सरकार की कार्यसमिति ने आधिकारिक रूप से मंजूर किया है। प्रमुख देरी के कारणों में शामिल हैं:

    • VIP ट्रैफिक और भारी यातायात वाले रास्तों पर बैरिकेडिंग अनुमति में देरी

    • उपयोगिताओं का शिफ्टिंग (Utility Shifting) में बाधाएं

    • निर्माण कार्य की धीमी प्रगति और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समय लेना।

    3. ट्रायल रन की स्थिति: टेस्टिंग जारी

    PMRDA ने जुलाई में पहले ट्रायल रन को सफलतापूर्वक पूरा किया, जिसमें मैन डिपो से स्टेशन नंबर 10 (बलेवाड़ी स्टेडियम) तक ट्रेन चलाई गई। हाल ही में एक और ट्रायल रन किया गया जिसमें 4 किमी की दूरी तय करते हुए 88% कार्य पूर्ण हुआ। ट्रेन की गति लगभग 40 किमी/घंटा रही।

    4. आर-पार मुद्दों से जुड़ी परेशानियाँ

    राजधानीवासियों का गुस्सा बरकरार है। गानेशखिंड रोड पर निर्माण कार्यों के कारण तेज़ ट्रैफिक जाम हो रहे हैं। नागरिकों की नाराजगी बढ़ी है, और कई ने मांग की है कि कम से कम पायलट रन शुरू किया जाए ताकि तात्कालिक राहत मिल सके।

    5. फ्लाईओवर की स्थिति और रोड सुधार

    राज्य सरकार ने University Chowk से E-Square जंक्शन तक बने डबल-डेक फ्लाईओवर को अब ओकटूबर 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है। इसमें से एक तरफ तो बनकर तैयार हो चुकी है, बाकी काम अंतिम चरण में है।

    साथ ही, पिछले मॉनसून में Tata-Siemens कंसोर्टियम द्वारा सड़कों की मरम्मत न किए जाने के कारण PMRDA ने अब खुद ऐसी मरम्मत के जिम्मेदार कर्ता की जिम्मेदारी ली है और निगम द्वारा ₹13.70 लाख का जुर्माना भी लगाया गया है।

    6. अतिक्रमण हटाने और निगरानी बल

    PMRDA ने पिछले पंद्रह दिनों में प्रशांत मार्गों से लगभग 166 अतिक्रमण हटाए, विशेष रूप से Hinjewadi-Maan-Marunji क्षेत्र में। इसके साथ ही, निर्माण से संबंधित आपदाओं को रोकने के मकसद से fortnight reviews और एक WhatsApp ग्रुप बनाया गया है—जहां नागरिक सीधे शिकायत कर सकते हैं।

    7. एकल नियंत्रण प्राधिकरण की योजना

    मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने Hinjewadi और आसपास की समस्याओं के लिए एकल-प्वाइंट नियंत्रण प्राधिकरण के निर्माण का ऐलान किया है। यह प्राधिकरण Pune Divisional Commissioner के अधीन होगा और इसमें सभी स्टेकहोल्डर्स शामिल होंगे ताकि इन्फ्रास्ट्रक्चर, मेट्रो, फ्लाईओवर, पार्किंग, और जल निकासी के मुद्दों को सुव्यवस्थित किया जा सके। पहली समीक्षा 30 दिन में किया जाएगा।

    8. सारांश तालिका: स्थिति का सारांश

    बिंदु विवरण
    लोकेशन Hinjewadi – Shivajinagar (23.3 कि.मी.)
    निर्माण मॉडल PPP (PMRDA + Tata-Siemens)
    पूरा कार्य लगभग 85–88%
    मिलestone ट्रायल रन हुआ, फ्लाईओवर लगभग पूरा
    नई डेडलाइन मार्च 2026 (मेट्रो लिए), अक्टूबर 2025 (फ्लाईओवर)
    मुख्य देरी कारण बैरिकेडिंग अनुमति, Utility शिफ्टिंग, ट्रैफिक
    नागरिक प्रतिक्रिया गुस्सा, असंतोष, समाधान की मांग
    प्रतिक्रिया सड़क सुधार, अतिक्रमण हटाना, फड़णवीस का नियंत्रण प्राधिकरण

    9. आर्थिक पहलू और निवेश का दबाव

    • हिंजवाड़ी-शिवाजीनगर कॉरिडोर पर रोज़ाना लाखों आईटी प्रोफेशनल्स और छात्रों का आना-जाना होता है। इस कारण मेट्रो परियोजना का समय पर पूरा होना न केवल यातायात प्रबंधन बल्कि आर्थिक गतिविधियों को सुचारु करने के लिए भी आवश्यक है।

    • Tata-Siemens कंसोर्टियम पर लागत नियंत्रण का भी दबाव है। अगर और देरी होती है, तो अनुमानित लागत ₹8,500 करोड़ से ऊपर जा सकती है।

    10. पर्यावरण और स्थायित्व

    • परियोजना के दौरान पेड़ों की कटाई और हरित क्षेत्र प्रभावित होने को लेकर स्थानीय पर्यावरण कार्यकर्ता विरोध कर चुके हैं।

    • PMRDA का कहना है कि लगभग 5,000 पेड़ लगाए जाएंगे और स्टेशन को “ग्रीन सर्टिफिकेशन” दिलाने का प्रयास चल रहा है।

    निष्कर्ष

    पुणे की तीसरी मेट्रो लाइन शहर के प्रमुख आईटी कॉरिडोर को जोड़कर यातायात और समय की बचत के लिहाज से गेम-चेंजर सिद्ध हो सकती है। हालांकि निर्माण में देरी और गुणवत्ता की चिंताएं बता रही हैं कि योजना को समय पर और सुचारु रूप से पूरा करना अब एक चुनौती है। फ़ड़णवीस की पहल, रफ़्तार बढ़ाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम है—बशर्ते यह निरंतरता से लागू हो।

    ऐसी ही देश और दुनिया की बड़ी खबरों के लिए फॉलो करें: www.samacharwani.com

    न्यूज़ शेयर करने के लिए क्लिक करें .
  • Advertisement Space

    Related Posts

    मनोज जरांगे का मुंबई मार्च: मराठा आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन तेज़

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठा नेता मनोज जरांगे ने एक बार फिर से आंदोलन तेज़ कर…

    Continue reading
    कैम्ब्रिज इंटरनेशनल स्कूल, पुनावले में नेशनल स्पेस डे का भव्य आयोजन, छात्रों ने अंतरिक्ष विज्ञान में दिखाया कौशल

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। पुणे स्थित कैम्ब्रिज इंटरनेशनल स्कूल, पुनावले में राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस (नेशनल स्पेस डे) का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *