




उत्तर प्रदेश सरकार की कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य एक बार फिर अपने सख्त रुख को लेकर सुर्खियों में हैं। झांसी में एक पुलिस अधिकारी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए मंत्री ने तत्काल एक्शन लिया और अधिकारियों को “जनता के साथ न्यायपूर्ण और संवेदनशील व्यवहार” करने के निर्देश दिए।
🔹 घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, झांसी में एक शिकायत के समाधान में लापरवाही बरती गई थी। मामले की जानकारी मंत्री बेबी रानी मौर्य तक पहुंची तो उन्होंने संबंधित पुलिस अधिकारी से सीधे जवाब-तलब किया।
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मंत्री ने अफसर को चेतावनी देते हुए कहा कि “जनता से जुड़े मामलों में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
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उन्होंने उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट देने का निर्देश भी दिया।
🔹 मंत्री का सख्त संदेश
बेबी रानी मौर्य ने कहा कि राज्य सरकार का स्पष्ट उद्देश्य है कि हर नागरिक को न्याय मिले और पुलिस प्रशासन पारदर्शी तरीके से कार्य करे।
उन्होंने जोर देकर कहा कि किसी भी अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने में वे पीछे नहीं हटेंगी, यदि जनता की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया गया।
🔹 राजनीतिक महत्व
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बेबी रानी मौर्य को प्रदेश की राजनीति में एक सशक्त दलित नेता माना जाता है।
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झांसी जैसे संवेदनशील जिले में उनका यह कदम सरकार की जनहितकारी छवि को मजबूत करने वाला माना जा रहा है।
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जानकारों का कहना है कि इस तरह का त्वरित एक्शन आगामी चुनावी माहौल में पार्टी के लिए सकारात्मक संदेश देता है।
मंत्री बेबी रानी मौर्य का यह एक्शन न केवल झांसी पुलिस प्रशासन के लिए चेतावनी है, बल्कि पूरे प्रदेश के अधिकारियों को यह संदेश देता है कि जनता की समस्याओं को नज़रअंदाज़ करने की कीमत चुकानी पड़ सकती है।