




सदर प्रखंड के आदर्श ग्राम सिकरिया में एक भूमिहीन दलित परिवार का घर प्रशासनिक कार्रवाई में ढहा दिया गया। अचानक हुई इस कार्रवाई से परिवार पूरी तरह बेघर हो गया और अब खुले आसमान के नीचे बच्चों संग भटकने को विवश है।
घटना का विवरण
सूत्रों के अनुसार, पीड़ित अजय कुमार अपने परिवार के साथ आवास योजना से बने घर में रह रहे थे। लेकिन प्रशासन ने जेसीबी मशीन लगाकर मकान को ध्वस्त कर दिया। परिजनों का कहना है कि वे पिछले 30 वर्षों से इसी स्थान पर निवास कर रहे थे।
घर टूटने के बाद परिवार को भोजन और आवास जैसी मूलभूत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। छोटे-छोटे बच्चों और महिलाओं को खुले में रहने की कठिनाई झेलनी पड़ रही है।
पीड़ित परिवार की गुहार
अजय कुमार ने जिलाधिकारी को आवेदन देकर भोजन और रहने की सुविधा उपलब्ध कराने की मांग की है। उनका कहना है कि गांव में लगभग 13 परिवारों को नोटिस मिला था, लेकिन कार्रवाई सिर्फ उनके घर पर की गई। इससे स्थानीय लोगों में आक्रोश की स्थिति है।
सामाजिक असर
गांववासियों का कहना है कि अचानक हुए इस कदम ने परिवार को गहरी कठिनाइयों में डाल दिया है। वहीं, प्रशासनिक स्तर पर वैकल्पिक आवास और भोजन व्यवस्था न होने पर सवाल उठ रहे हैं।
परिवार की मांग
पीड़ित परिवार ने जिला प्रशासन से जल्द से जल्द
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आवास उपलब्ध कराने,
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बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने,
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और भोजन की व्यवस्था करने की तत्काल मांग की है।