




कम पानी और कम लागत से अधिक फसल उत्पादन की तकनीक पर किसानों को मिली जानकारी
जिला उद्यान कार्यालय की ओर से संयुक्त कृषि भवन, काको रोड सभागार में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना अंतर्गत “प्रति बूँद अधिक उत्पादन” विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य किसानों को सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली के लाभ और उसके उपयोग के तरीकों से अवगत कराना था।
दीप प्रज्ज्वलन कर हुआ शुभारंभ
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ जिला उद्यान पदाधिकारी रूपेश कुमार अग्रवाल, सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण) मो. जावेद आलम और सहायक निदेशक (शस्य प्रक्षेत्र) राम लखन ठाकुर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस दौरान सहायक निदेशक (बीज उत्पादन) और सहायक निदेशक (बीज विश्लेषण) भी मौजूद रहे।
विशेषज्ञों ने दी अहम जानकारी
प्रशिक्षण देने का कार्य प्रगति पाइप कंपनी के एरिया सेल्स मैनेजर श्री रंजीत सिंह ने किया। उन्होंने किसानों को सूक्ष्म सिंचाई से मिलने वाले लाभ, प्रणाली के विभिन्न प्रकार, उनके रख-रखाव और कम लागत में अधिक उत्पादन पाने की तकनीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि टपकन सिंचाई, फव्वारा सिंचाई और पोर्टेबल स्प्रिंकलर जैसी प्रणालियाँ जल की बचत के साथ-साथ फसल की उपज बढ़ाने में मदद करती हैं।
किसानों को दिखाया डेमो
कार्यक्रम के दौरान कंपनी प्रतिनिधि द्वारा लाई गई डेमो मशीनरी को किसानों को दिखाया गया और उसके संचालन की पूरी प्रक्रिया समझाई गई। इससे किसानों को तकनीक को व्यावहारिक रूप से समझने में आसानी हुई।
बड़ी संख्या में किसान रहे मौजूद
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। इनमें गौरव कुमार, जयविन्द कुमार, महेश भगत, अनीश कुमार, जगदीश सिंह, करीना कुमारी, लालदेव सिंह, निरंजन कुमार, राजीव दास समेत अन्य किसान शामिल थे।
सभी ने इस कार्यक्रम को उपयोगी बताया और कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से ग्रामीण स्तर पर कृषि उत्पादन में सकारात्मक बदलाव आएगा।