




नाशिक और त्र्यंबकेश्वर में आगामी सिंहस्थ कुंभ मेला 2026-28 की तैयारियों को लेकर प्रशासन ने बड़ा कदम उठाया है। नाशिक स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NMSCDCL) ने ₹300 करोड़ के CCTV सर्विलांस प्रोजेक्ट का टेंडर जारी कर दिया है। इस प्रोजेक्ट के तहत नाशिक और त्र्यंबकेश्वर दोनों क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।
कुंभ मेले के लिए विशेष सुरक्षा इंतज़ाम
हर 12 साल में आयोजित होने वाला सिंहस्थ कुंभ मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक आयोजनों में से एक है। लाखों-करोड़ों श्रद्धालु इस आयोजन में शामिल होते हैं। भीड़ के आकार को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है। इसी चुनौती को ध्यान में रखते हुए इस बार आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जा रहा है।
4,000 से ज्यादा कैमरे होंगे स्थापित
NMSCDCL की ओर से जारी प्रस्ताव के अनुसार, नाशिक शहर में लगभग 3,000 हाई-टेक CCTV कैमरे और त्र्यंबकेश्वर क्षेत्र में 1,000 कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे विभिन्न प्रमुख स्थलों, घाटों, भीड़-भाड़ वाले मार्गों और संवेदनशील इलाकों में लगाए जाएंगे।
कैमरों में आधुनिक तकनीक जैसे कि फेशियल रिकग्निशन सिस्टम, नंबर प्लेट पहचान (ANPR) तकनीक और नाइट विज़न क्षमता शामिल होगी। इससे पुलिस और प्रशासन को भीड़ प्रबंधन, अपराध नियंत्रण और आपात स्थितियों में त्वरित कार्रवाई करने में मदद मिलेगी।
₹300 करोड़ का बड़ा निवेश
यह CCTV प्रोजेक्ट लगभग ₹300 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा। परियोजना की जिम्मेदारी नाशिक स्मार्ट सिटी डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (NMSCDCL) को दी गई है। यह राशि राज्य सरकार और केंद्र सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी और कुंभ मेला फंडिंग के जरिए उपलब्ध कराई जाएगी।
पिछले कुंभ से मिली सीख
2015 में आयोजित कुंभ मेले के दौरान भीड़ प्रबंधन प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती साबित हुआ था। उस समय CCTV निगरानी सीमित पैमाने पर ही उपलब्ध थी। लेकिन अब, आधुनिक तकनीक की मदद से प्रशासन को उम्मीद है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने में बड़ी आसानी होगी।
सुरक्षा बलों के लिए बड़ा सहारा
नाशिक और त्र्यंबकेश्वर में पुलिस बल और सुरक्षा एजेंसियों को इस निगरानी प्रणाली से बड़ी मदद मिलेगी। नियंत्रण कक्ष (Control Room) से लाइव फुटेज देखकर किसी भी घटना या संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी। साथ ही, यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करने और आपातकालीन सेवाओं को त्वरित पहुंचाने में भी CCTV सिस्टम अहम भूमिका निभाएगा।
श्रद्धालुओं और व्यापारियों को लाभ
कुंभ मेले के दौरान न केवल श्रद्धालु आते हैं बल्कि हजारों व्यापारी, दुकानदार और सेवा प्रदाता भी सक्रिय रहते हैं। CCTV निगरानी के कारण चोरी, गुमशुदगी और अन्य अपराधों पर रोक लगेगी। इससे श्रद्धालुओं में सुरक्षा की भावना और व्यापारियों में विश्वास बढ़ेगा।
डिजिटल इंडिया की ओर कदम
CCTV प्रोजेक्ट को स्मार्ट सिटी मिशन और डिजिटल इंडिया अभियान से भी जोड़ा गया है। यह प्रोजेक्ट केवल कुंभ मेले तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसके बाद भी नाशिक और त्र्यंबकेश्वर की सुरक्षा व्यवस्था में स्थायी सुधार लाएगा।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया
नाशिक के नागरिकों ने इस प्रोजेक्ट का स्वागत किया है। एक स्थानीय व्यापारी ने कहा, “कुंभ मेले के दौरान सुरक्षा सबसे बड़ा मुद्दा होता है। CCTV कैमरे लगने से हमें और श्रद्धालुओं को सुकून मिलेगा।”
वहीं, एक निवासी ने कहा कि “यदि ये कैमरे स्थायी रहेंगे तो पूरे शहर में अपराध नियंत्रण में मदद मिलेगी।”
नाशिक-त्र्यंबकेश्वर में ₹300 करोड़ का CCTV प्रोजेक्ट सिंहस्थ कुंभ मेला 2026-28 की तैयारियों में एक मील का पत्थर साबित होगा। 4,000 से ज्यादा कैमरों की निगरानी से जहां श्रद्धालु सुरक्षित रहेंगे, वहीं प्रशासन को भीड़ नियंत्रण और यातायात प्रबंधन में बड़ी मदद मिलेगी। यह पहल न केवल धार्मिक आयोजन की सफलता सुनिश्चित करेगी, बल्कि नाशिक और त्र्यंबकेश्वर को स्मार्ट और सुरक्षित शहरों की श्रेणी में भी ले जाएगी।