




ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए पहले टी20 मुकाबले ने क्रिकेट प्रशंसकों को रोमांचित कर दिया। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने महज 16 ओवर में 182 रनों का लक्ष्य चेज कर सभी को हैरान कर दिया। शानदार बल्लेबाजी और कप्तान मिचेल मार्श की ताबड़तोड़ पारी ने टीम को 6 विकेट से जीत दिलाई। यह मुकाबला उस समय और खास हो गया जब शुरुआती झटकों के बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने आक्रामक रवैया अपनाते हुए कीवी गेंदबाजों को एकतरफा दबाव में डाल दिया।
मैच की शुरुआत न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों ने की थी और उन्होंने निर्धारित 20 ओवरों में 182 रनों का प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया। टीम के शीर्ष क्रम ने तेज शुरुआत दी और मध्यक्रम ने भी उपयोगी योगदान दिया। लेकिन ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने बीच के ओवरों में अच्छी वापसी की और बड़ा स्कोर बनने से रोका।
जब ऑस्ट्रेलिया लक्ष्य का पीछा करने उतरा तो शुरुआती विकेट जल्दी गिरने से दबाव बना। हालांकि कप्तान मिचेल मार्श ने पारी को संभाला और अपनी आक्रामक बल्लेबाजी से मैच को पूरी तरह पलट दिया। उन्होंने चौकों-छक्कों की बरसात कर कीवी गेंदबाजों के आत्मविश्वास को तोड़ डाला। मार्श की यह पारी न सिर्फ जीत की नींव बनी बल्कि उनके नेतृत्व का भी शानदार उदाहरण पेश किया।
मार्श के साथ अन्य बल्लेबाजों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। साझेदारी बनाते हुए उन्होंने रन रेट को हमेशा ऊंचा रखा। नतीजा यह हुआ कि 20 ओवर के मुकाबले में तय किया गया 182 रनों का लक्ष्य ऑस्ट्रेलिया ने केवल 16 ओवरों में हासिल कर लिया। यह प्रदर्शन इस बात का सबूत है कि मौजूदा समय में ऑस्ट्रेलियाई टीम कितनी दमदार और संतुलित है।
इस मुकाबले में गेंदबाजी की बात करें तो न्यूजीलैंड के गेंदबाज पूरी तरह नाकाम रहे। शुरुआती झटकों के बाद वे दबाव बना पाने में असफल रहे। उनकी गेंदबाजी में न तो धार नजर आई और न ही योजना। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने शुरू से ही आक्रामक रणनीति अपनाई और हर गेंद का सही फायदा उठाया।
ऑस्ट्रेलियाई टीम की इस जीत के बाद सीरीज में उनकी स्थिति और मजबूत हो गई है। मिचेल मार्श की पारी को क्रिकेट विशेषज्ञों ने “मैच विनिंग इनिंग” करार दिया है। सोशल मीडिया पर भी उनकी जमकर तारीफ हो रही है। प्रशंसकों का कहना है कि मार्श की कप्तानी और बल्लेबाजी दोनों ही लाजवाब रहीं और यही कारण रहा कि टीम ने मुश्किल लग रहे लक्ष्य को इतनी आसानी से हासिल कर लिया।
यह मुकाबला आने वाली टी20 विश्व कप की तैयारियों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है। दोनों टीमें अपनी-अपनी रणनीतियों को परखने के इरादे से मैदान में उतरी थीं। हालांकि न्यूजीलैंड को इस हार से सबक लेने की जरूरत होगी। खासकर गेंदबाजी विभाग को सुधार की दरकार है। वहीं ऑस्ट्रेलिया इस जीत से आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ेगा।
इस मैच ने एक बार फिर साबित कर दिया कि टी20 क्रिकेट में कुछ भी हो सकता है। मैच की एक पारी से ही पूरे नतीजे का रुख बदल सकता है। न्यूजीलैंड जहां जीत के करीब नजर आ रहा था, वहीं ऑस्ट्रेलिया ने अपने कप्तान के शानदार प्रदर्शन की बदौलत सब कुछ बदल डाला।
आने वाले मैचों में दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिलेगा। क्रिकेट प्रशंसक बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि क्या न्यूजीलैंड वापसी कर पाएगा या ऑस्ट्रेलिया अपनी जीत का सिलसिला बरकरार रखेगा। फिलहाल पहले मैच की यह जीत ऑस्ट्रेलिया के लिए बड़ी उपलब्धि है और क्रिकेट के इतिहास में तेज चेज़ के यादगार उदाहरणों में शामिल हो चुकी है।