




इंडोनेशिया में एक स्कूल की इमारत के अचानक ढह जाने से अब तक आठ बच्चों की मौत हो चुकी है, जबकि 105 से अधिक छात्र घायल हुए हैं। इनमें से कई छात्रों को सिर और हड्डियों में गंभीर चोटें आई हैं। मलबे से तीन शव शुक्रवार सुबह निकाले गए, लेकिन अभी भी 55 बच्चे लापता हैं, जिससे मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।
यह दुखद घटना इंडोनेशिया के एक छोटे कस्बे में तब घटी जब बच्चे स्कूल में पढ़ाई कर रहे थे। अचानक स्कूल की पुरानी और कमजोर इमारत का एक हिस्सा गिर गया, जिससे वहां भगदड़ मच गई। स्थानीय प्रशासन ने बताया कि मलबे के नीचे कई बच्चे दबे हुए हैं और बचाव दल मौके पर तेजी से काम कर रहा है।
राहत और बचाव अभियान में स्थानीय पुलिस, अग्निशमन दल, स्वास्थ्य विभाग और स्वयंसेवी संगठन जुटे हैं। मलबे से तीन शव निकाले गए हैं और घायल छात्रों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। कई घायल छात्रों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
राहत कार्य में मशीनों के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी हाथ बटाया है। प्रशासन ने परिवारों के लिए राहत शिविर लगाए हैं और मानसिक काउंसलिंग का प्रबंध किया है।
इंडोनेशियाई अधिकारियों ने स्कूल की इमारत की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि स्कूल की संरचना कमजोर थी और आवश्यक सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया गया था। सरकार ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए सुरक्षा नियमों को कड़ा करने का निर्णय लिया है।
घटना में घायल और लापता बच्चों के परिवार सदमे में हैं। वे प्रशासन से जल्द से जल्द अपने बच्चों को सुरक्षित निकालने की गुहार लगा रहे हैं। प्रशासन परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दे चुका है।
इस आपदा के बीच कई एनजीओ और स्थानीय समुदाय राहत कार्यों में सक्रिय हैं। वे घायलों के लिए रक्तदान शिविर, भोजन और चिकित्सा सहायता प्रदान कर रहे हैं।
इंडोनेशिया में स्कूल हादसे ने देश को झकझोर कर रख दिया है। यह हादसा हमें स्कूलों की सुरक्षा और निर्माण गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत याद दिलाता है। राहत कार्य अभी जारी हैं और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सभी लापता बच्चों को सुरक्षित निकाला जाएगा।