




मुंबई में गुरुवार को भारत और ब्रिटेन के बीच संबंधों को नई दिशा देने वाली एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर (Keir Starmer) आमने-सामने बैठे। बैठक में दोनों नेताओं ने व्यापार, रक्षा, शिक्षा और जलवायु परिवर्तन जैसे अहम मुद्दों पर गहन चर्चा की।
बैठक के बाद आयोजित संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में ब्रिटिश प्रधानमंत्री स्टार्मर ने हिंदी में बोलकर सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “भारत के सभी लोगों को दिवाली की हार्दिक शुभकामनाएं।” उनका यह संबोधन सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया और भारतीय जनता ने इसे दोनों देशों के बीच बढ़ती नजदीकियों का प्रतीक बताया।
स्टार्मर ने अपने वक्तव्य की शुरुआत हिंदी में करते हुए कहा कि भारत की ऊर्जा, संस्कृति और लोकतंत्र ने हमेशा ब्रिटेन को प्रेरित किया है। उन्होंने कहा, “मैं भारत की विविधता और एकता का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं। प्रधानमंत्री मोदी से मिलना मेरे लिए सम्मान की बात है। दिवाली जैसे पावन अवसर पर भारत आना बेहद खास अनुभव है।”
अहमदाबाद विमान हादसे पर जताया दुख
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने हाल ही में अहमदाबाद में हुए विमान हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन इस दुखद घड़ी में भारत के साथ खड़ा है और सभी पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट करता है। उनके इस बयान को प्रधानमंत्री मोदी ने सराहा और कहा कि यह ब्रिटेन की संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाता है।
भारत-ब्रिटेन रिश्तों में नया अध्याय
बैठक के दौरान दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए कई प्रस्तावों पर सहमति बनी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “भारत और ब्रिटेन लोकतांत्रिक मूल्यों और साझा हितों पर आधारित साझेदारी को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
सूत्रों के अनुसार, दोनों नेताओं ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते (Free Trade Agreement – FTA) को लेकर महत्वपूर्ण प्रगति पर भी चर्चा की। यह समझौता लंबे समय से दोनों देशों के बीच वार्ता के केंद्र में रहा है और इसके पूरा होने से व्यापारिक आदान-प्रदान में बड़ा उछाल आने की उम्मीद है।
रक्षा और सुरक्षा सहयोग पर भी चर्चा
भारत और ब्रिटेन ने रक्षा एवं सुरक्षा के क्षेत्र में भी सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई। दोनों देशों ने साइबर सुरक्षा, समुद्री सुरक्षा और रक्षा उत्पादन के क्षेत्र में संयुक्त परियोजनाओं पर काम करने का निर्णय लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि “भारत ‘मेक इन इंडिया’ पहल के तहत रक्षा उपकरणों के उत्पादन में ब्रिटिश कंपनियों की भागीदारी का स्वागत करता है।”
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने भी भारत की आत्मनिर्भर रक्षा नीति की सराहना करते हुए कहा कि “भारत वैश्विक स्थिरता और सुरक्षा में अहम भूमिका निभा रहा है। ब्रिटेन चाहता है कि हम इस यात्रा में भारत के विश्वसनीय सहयोगी बनें।”
शिक्षा और नवाचार में नई साझेदारी
बैठक में शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर भी सहमति बनी। दोनों नेताओं ने विश्वविद्यालयों के बीच छात्र विनिमय कार्यक्रमों को बढ़ावा देने और स्किल डेवलपमेंट (Skill Development) के नए प्रोजेक्ट्स शुरू करने का फैसला किया।
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने कहा कि “ब्रिटेन भारत के युवाओं की प्रतिभा को पहचानता है। हमारी कोशिश होगी कि दोनों देशों के छात्र एक-दूसरे से सीखें और साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का समाधान निकालें।”
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिखी सकारात्मकता
संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कीर स्टार्मर दोनों ने भारत-ब्रिटेन संबंधों को “प्राकृतिक साझेदारी” बताया। मोदी ने कहा कि “हमारे दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंध हैं, लेकिन आज हम एक नए अध्याय की शुरुआत कर रहे हैं। यह संबंध केवल आर्थिक या राजनीतिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय आधार पर भी मजबूत हैं।”
स्टार्मर ने भी अपने संबोधन में कहा कि “भारत-ब्रिटेन की दोस्ती केवल कागजों पर नहीं, बल्कि दिल से है। मैं भारत के लोगों की गर्मजोशी और अतिथि-सत्कार से बेहद प्रभावित हूं।”
दिवाली के अवसर पर भारत का दौरा बना विशेष
दिवाली के समय भारत आने को लेकर स्टार्मर ने कहा, “मैंने भारत के बारे में बहुत सुना था, लेकिन जब यहां आया, तो पाया कि भारत सिर्फ एक देश नहीं, बल्कि एक अनुभव है। दिवाली की रोशनी में जो ऊर्जा है, वही भारत की आत्मा है।”
उनकी इस टिप्पणी पर प्रधानमंत्री मोदी ने मुस्कुराते हुए कहा, “भारत की संस्कृति और परंपरा हमेशा से विश्व के लिए प्रेरणा रही है। हमें खुशी है कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने इसे नजदीक से महसूस किया।”