




आंध्र प्रदेश में नकली शराब रैकेट को लेकर राजनीतिक और सामाजिक उथल-पुथल जारी है। सोमवार, 13 अक्टूबर 2025 को YSR कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के नेता और कार्यकर्ताओं ने मुलकलाचेरुवु और इब्राहिमपट्नम में नकली शराब से होने वाली मौतों और अवैध शराब के उत्पादन के आरोपों के खिलाफ विरोध स्वरूप एक्साइज पुलिस स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन किया।
धरने का मुख्य उद्देश्य इस गंभीर मामले की निष्पक्ष और प्रभावी जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से हस्तक्षेप की मांग करना था। YSRCP नेताओं का कहना है कि स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने इस अवैध शराब रैकेट के खिलाफ पर्याप्त कार्रवाई नहीं की है, जिससे स्थानीय लोगों की सुरक्षा खतरे में है।
मुलकलाचेरुवु और इब्राहिमपट्नम के क्षेत्रों में नकली शराब के सेवन से कई लोगों की मौतें हुई हैं। यह घटना न केवल सामाजिक स्वास्थ्य के लिए खतरा है, बल्कि राज्य की कानून व्यवस्था को भी चुनौती देती है। आरोप हैं कि इस रैकेट में स्थानीय दबंग तत्व और कुछ सरकारी अधिकारियों की मिलीभगत है, जो इस अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रहे हैं।
YSRCP नेताओं का आरोप है कि स्थानीय प्रशासन ने इस मामले को दबाने की कोशिश की, जिससे दोषी बख्शे गए। इसलिए, वे CBI जांच की मांग कर रहे हैं ताकि मामले की पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को सख्त सजा मिले।
धरने में शामिल नेताओं ने जोर देकर कहा कि यह मामला केवल आंध्र प्रदेश की समस्या नहीं है, बल्कि पूरे देश के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि नकली शराब रैकेट के कारण लोगों की जानें जा रही हैं और सरकार इस पर कठोर कार्रवाई नहीं कर रही।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर स्थानीय प्रशासन इस मामले को ठीक से नहीं संभाल पाए, तो राज्य में ऐसे मामले बार-बार सामने आएंगे। इसलिए CBI को इस मामले में तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए।
इस मुद्दे पर राज्य सरकार ने कहा है कि वे जांच कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। हालांकि, सरकार ने सीबीआई जांच की मांग को राजनीतिक प्रेरित करार दिया है।
वहीं, विपक्ष और YSRCP ने सरकार की इस प्रतिक्रिया को नाकाफी बताया और कहा कि इस मामले में पारदर्शिता और न्याय के लिए उच्चस्तरीय जांच आवश्यक है।
नकली शराब के मामले ने आंध्र प्रदेश की जनता में भय और आक्रोश को बढ़ा दिया है। इस घटना ने शराब नीति, कानून व्यवस्था, और प्रशासनिक जवाबदेही पर सवाल खड़े किए हैं।
YSRCP के धरने ने इस मुद्दे को राज्य की राजनीति के केंद्र में ला दिया है और आगामी चुनावों में भी यह विषय गरमाने की संभावना है। जनता भ्रष्टाचार और अवैध गतिविधियों के खिलाफ सख्त कदम की मांग कर रही है।
मुलकलाचेरुवु और इब्राहिमपट्नम नकली शराब रैकेट के खिलाफ YSRCP द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन ने इस गंभीर मुद्दे को नए सिरे से जागरूकता दी है। सीबीआई जांच की मांग इस बात का संकेत है कि जनता इस मामले में पारदर्शिता, न्याय, और सुरक्षा की उम्मीद कर रही है।