




पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर में एक मेडिकल छात्रा के साथ हुए भयावह सामूहिक बलात्कार के विरोध में भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को ‘ऑपरेशन लाल मिर्च’ नामक अभियान की शुरुआत की। इस अभियान के अंतर्गत कोलकाता के साल्ट लेक मेट्रो स्टेशन के बाहर BJP कार्यकर्ताओं ने सैकड़ों महिलाओं को लाल मिर्च पाउडर के पैकेट आत्मरक्षा के लिए बांटे।
BJP नेताओं का कहना है कि राज्य में बढ़ते अपराध और महिला असुरक्षा को देखते हुए यह प्रतीकात्मक अभियान जरूरी था।
BJP महिला मोर्चा की एक कार्यकर्ता ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा:
“राज्य सरकार महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे पा रही है। अब हमें अपनी रक्षा स्वयं करनी होगी। लाल मिर्च पाउडर और पेपर स्प्रे हमारी ढाल बनेंगे।”
पार्टी के अनुसार, ‘ऑपरेशन लाल मिर्च’ केवल एक प्रदर्शन नहीं है, बल्कि यह महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम है।
BJP ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (TMC) पर राज्य में कानून-व्यवस्था की गिरावट का आरोप लगाया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और महिलाओं की सुरक्षा खतरे में है।
BJP नेता सुवेंदु अधिकारी ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा:
“बंगाल आज बलात्कारियों के लिए स्वर्ग बन चुका है। पुलिस मूकदर्शक बनी हुई है और सरकार पीड़िता पर ही सवाल उठा रही है।”
इस घटना के संदर्भ में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की एक टिप्पणी विवादों में आ गई, जिसमें उन्होंने कहा था कि “छात्राओं को देर रात बाहर नहीं जाना चाहिए”। BJP और महिला संगठनों ने इस बयान को “विक्टिम शेमिंग” बताते हुए तीखी आलोचना की।
BJP प्रवक्ता ने कहा:
“जब एक महिला मुख्यमंत्री खुद महिला स्वतंत्रता को दोष देती हैं, तो यह बेहद शर्मनाक और निराशाजनक है।”
24 वर्षीय मेडिकल छात्रा को कथित रूप से दुर्गापुर में कुछ लोगों ने अगवा कर गैंगरेप किया। इस मामले में अब तक कुछ गिरफ्तारियां हुई हैं, लेकिन BJP और अन्य विपक्षी दल आरोप लगा रहे हैं कि मुख्य आरोपियों को राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है।
पीड़िता के पिता ने कहा:
“हमें इंसाफ चाहिए, लेकिन पुलिस केस दबाने की कोशिश कर रही है।”
BJP ने राज्यभर में विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया है। दुर्गापुर में 6 दिवसीय धरना शुरू किया गया है, जहां पार्टी नेताओं के साथ आम जनता भी न्याय की मांग कर रही है।
पार्टी ने यह भी घोषणा की है कि वे महिलाओं को सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग देने के लिए विशेष शिविर लगाएंगे।
समाजशास्त्रियों और महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने इस आंदोलन को सशक्तिकरण और विरोध का प्रतीक बताया है, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि स्थायी समाधान कानून-व्यवस्था को मजबूत करने से ही मिलेगा।
डॉ. कविता मुखर्जी, महिला अधिकार कार्यकर्ता कहती हैं:
“लाल मिर्च पाउडर एक चेतावनी है — महिलाओं की सुरक्षा को हल्के में मत लो। सरकार को अब नीतिगत और प्रशासनिक स्तर पर ठोस कदम उठाने होंगे।”
BJP का ‘ऑपरेशन लाल मिर्च’ राज्य में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर गहराते संकट का एक प्रतीक बन गया है। जहां यह प्रदर्शन महिलाओं को आत्मरक्षा के लिए प्रेरित करता है, वहीं यह सरकार को भी एक स्पष्ट संदेश देता है — “अब और चुप नहीं बैठेंगे।”