




बिहार विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने मंगलवार को अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर दी है। इस सूची में कुल 71 उम्मीदवारों के नाम शामिल हैं, जो बिहार के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों से चुनाव लड़ेंगे। इस सूची में कई अहम बदलाव देखने को मिले हैं, जिनमें सबसे बड़ी खबर यह है कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष और वरिष्ठ बीजेपी नेता नंद किशोर यादव को इस बार टिकट नहीं दिया गया है।
बिहार विधानसभा अध्यक्ष नंद किशोर यादव, जो पार्टी के महत्वपूर्ण चेहरों में गिने जाते थे, को इस बार पार्टी की पहली सूची से बाहर रखा गया है। पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र से उनके स्थान पर रत्नेश कुशवाहा को टिकट दिया गया है। यह बदलाव पार्टी के अंदरूनी रणनीति और स्थानीय समीकरणों के चलते किया गया माना जा रहा है।
-
रत्नेश कुशवाहा: पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी के नए उम्मीदवार। पार्टी ने उन्हें युवा और गतिशील नेता के तौर पर देखा है जो क्षेत्र में पार्टी की पकड़ मजबूत कर सकते हैं।
-
मंगल पांडेय: बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और बिहार विधान परिषद के सदस्य मंगल पांडेय इस बार सिवान विधानसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे।
-
राम कृष्ण यादव: जो 2024 के लोकसभा चुनाव में RJD की मिसा भारती से हार गए थे, उन्हें इस बार दानापुर विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी का उम्मीदवार बनाया गया है।
बीजेपी ने इस पहली सूची में अनुभवी और नए दोनों तरह के नेताओं को शामिल किया है। यह सूची पार्टी की रणनीति का एक बड़ा हिस्सा है, जिसमें जातीय समीकरण, क्षेत्रीय समीकरण और विकास एजेंडा को ध्यान में रखा गया है।
विश्लेषकों का कहना है कि नंद किशोर यादव को टिकट न देना पार्टी की नयी रणनीति का हिस्सा हो सकता है, जो बिहार में पार्टी के संगठन को नया जीवन देने और चुनावी माहौल में बदलाव लाने की कोशिश कर रही है।
बिहार विधानसभा चुनाव में बीजेपी के मुख्य प्रतिद्वंदी राष्ट्रीय जनता दल (RJD), कांग्रेस और अन्य क्षेत्रीय पार्टियां हैं। बीजेपी ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी करके चुनावी लड़ाई को गंभीरता से लिया है और पार्टी की ताकत बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाए हैं।
राजनीतिक विशेषज्ञ मानते हैं कि बीजेपी के इस कदम से राज्य की राजनीति में नया गतिशीलता आएगी और आगामी चुनाव में मुकाबला और भी कड़ा होगा।
बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव अक्टूबर और नवंबर 2025 में होने वाले हैं। सभी राजनीतिक दलों ने अपने-अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतारना शुरू कर दिया है। बीजेपी ने पहली सूची जारी करके चुनावी प्रचार की शुरुआत कर दी है।
आने वाले दिनों में पार्टी और उम्मीदवारों की सूची जारी हो सकती है, जिससे बिहार का चुनावी परिदृश्य और भी स्पष्ट होगा।
भारतीय जनता पार्टी द्वारा बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पहली सूची जारी करना राजनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण कदम है। इस सूची में 71 उम्मीदवारों को जगह मिली है, जिनमें पुराने और नए नेताओं का मिश्रण है। नंद किशोर यादव को टिकट न मिलना पार्टी के अंदर बदलाव का संकेत है।