




टीवी और फ़िल्म जगत के दिग्गज अभिनेता पंकज धीर, जिन्हें बी.आर. चोपड़ा की ‘महाभारत’ में कर्ण और धारावाहिक ‘चंद्रकांता’ में राजा शिवदत्त की भूमिकाओं के लिए जाना जाता है, का मंगलवार को निधन हो गया। वे 68 वर्ष के थे और काफी समय से कैंसर से जूझ रहे थे।
पंजाब में जन्मे पंकज धीर ने 1980 के दशक की शुरुआत में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी। शुरुआत में उन्होंने हिंदी फिल्मों में छोटे किरदार निभाए, लेकिन उन्हें असली लोकप्रियता मिली बी.आर. चोपड़ा के महाकाव्य धारावाहिक ‘महाभारत’ (1988) से, जिसमें उन्होंने कर्ण का किरदार निभाया।
उनकी दमदार संवाद अदायगी, गंभीर चेहरा और भावनात्मक गहराई ने कर्ण को हर दर्शक के दिल में जीवित कर दिया।
इसके बाद उन्होंने ‘चंद्रकांता’ (1994) में राजा शिवदत्त की भूमिका निभाई, जो एक मजबूत और करिश्माई विरोधी किरदार था। इस भूमिका ने उन्हें एक बार फिर टीवी दर्शकों का चहेता बना दिया।
हालांकि पंकज धीर का मुख्य क्षेत्र टेलीविजन रहा, फिर भी उन्होंने कई हिंदी फिल्मों में अहम भूमिकाएँ निभाईं, जैसे:
-
‘सड़क’ (1991)
-
‘क्रांतिवीर’ (1994)
-
‘बादशाह’ (1999)
-
‘तुमको ना भूल पाएंगे’ (2002)
-
‘ओम शांति ओम’ (2007)
वह अपने गंभीर लुक और किरदारों में गहराई के लिए जाने जाते थे।
पंकज धीर ने सिर्फ अभिनय तक खुद को सीमित नहीं रखा। उन्होंने एक फिल्म ‘My Father Godfather’ का निर्देशन किया था। इसके अलावा उन्होंने एक एक्टिंग एकेडमी की भी स्थापना की, जहाँ युवा कलाकारों को अभिनय की बारीकियाँ सिखाई जाती थीं।
उनकी एकेडमी से कई कलाकार निकलकर टीवी और फिल्मों में नाम कमा चुके हैं।
पिछले कुछ वर्षों से पंकज धीर कैंसर से पीड़ित थे। उन्हें इस बीमारी की गंभीर अवस्था का पता देर से चला, और इलाज के बावजूद उनकी स्थिति लगातार बिगड़ती गई।
मंगलवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली।
टीवी और फ़िल्म इंडस्ट्री के कई दिग्गजों ने उनके निधन पर शोक जताया। सोशल मीडिया पर ‘#RIPPankajDheer’ ट्रेंड कर रहा है, और लाखों फैंस अपनी श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं।
👨👩👧👦 परिवार में कला की विरासत
पंकज धीर के पुत्र निकेतन धीर भी एक जाने-माने अभिनेता हैं, जिन्हें फ़िल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ में ‘तानिके सिंह’ के किरदार के लिए याद किया जाता है।
निकेतन ने रामायण के एक टीवी संस्करण में रावण की भूमिका भी निभाई थी। उनकी पत्नी कृतिका सेंगर भी एक जानी-पहचानी टीवी अभिनेत्री हैं।
उनके निधन की खबर के बाद उनके मुंबई स्थित निवास पर इंडस्ट्री के लोगों का तांता लग गया। उनका अंतिम संस्कार मंगलवार शाम 4:30 बजे विले पार्ले (मुंबई) में किया गया।
उपस्थित लोगों में टीवी के कई पुराने सहकलाकार, निर्माता, निर्देशक और उनके प्रशिक्षु शामिल थे।
‘महाभारत’ में युधिष्ठिर का किरदार निभाने वाले गजेंद्र चौहान ने कहा:
“पंकज जी एक सज्जन कलाकार थे। वे सेट पर अनुशासन और स्नेह दोनों लेकर आते थे।”
फेरोज़ खान (अर्जुन) ने इंस्टाग्राम पर लिखा:
“You were more than Karna to us. You were our inspiration. Rest in power, Pankaj ji.”
टीवी इंडस्ट्री की अन्य हस्तियाँ जैसे पुनीत इस्सर, सुरेखा सीकरी, सतीश शाह आदि ने भी अपने-अपने तरीकों से शोक व्यक्त किया।
पंकज धीर का जाना एक युग के अंत के समान है। उन्होंने जिन भूमिकाओं को निभाया, वे अब भी भारतीय दर्शकों की यादों में ताज़ा हैं। उन्होंने भारतीय टीवी को सिर्फ मनोरंजन नहीं दिया, बल्कि उसे चरित्र, गहराई और गरिमा भी दी।