




‘सुपर डांसर 5’ की विनर आद्याश्री उपाध्याय ने हाल ही में अपनी जीत को एक विशेष और भावनात्मक अंदाज में सेलिब्रेट किया। असम की यह प्रतिभाशाली नर्तकी न केवल अपने डांस कौशल के लिए जानी जाती है, बल्कि अपनी संवेदनशीलता और सम्मान की भावना के लिए भी सराही जा रही हैं। अपनी ट्रॉफी और जीत को उन्होंने मशहूर सिंगर जुबीन गर्ग को समर्पित किया, जिनका हाल ही में निधन हुआ। आद्याश्री ने कहा कि यह उनकी तरह का एक छोटा सा श्रद्धांजलि है, क्योंकि जुबीन मामा हमेशा उनके प्रेरणा स्रोत रहे।
आद्याश्री ने ‘नवभारत टाइम्स’ को दिए इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने इस जीत के लिए लगातार मेहनत की और यह जीत सिर्फ उनका व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि उनके माता-पिता, गुरु और जुबीन मामा की आशीर्वाद की वजह से संभव हो पाई। उन्होंने कहा कि जुबीन मामा ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया और कहा था कि वह शो जरूर जीतेंगी। आद्याश्री के अनुसार, यह उनके लिए बेहद भावनात्मक पल था जब उन्होंने ट्रॉफी लेते समय जुबीन मामा को याद किया।
डांस रियलिटी शो ‘सुपर डांसर 5’ में आद्याश्री की प्रस्तुति ने दर्शकों और जजेस का दिल जीत लिया। उनके सटीक मूव्स, भावपूर्ण एक्सप्रेशन और हर स्टेप में परफॉर्मेंस की गहराई ने उन्हें प्रतियोगिता में अलग पहचान दिलाई। फाइनल एपिसोड में जब आद्याश्री का नाम विजेता के रूप में घोषित हुआ, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उन्होंने जीत का श्रेय अपनी मेहनत के साथ-साथ जुबीन मामा और अपने माता-पिता को दिया।
जुबीन गर्ग के निधन ने देशभर के संगीत और मनोरंजन प्रेमियों को दुखी कर दिया। आद्याश्री का यह समर्पण उनके प्रति सम्मान और उनके योगदान को याद करने का एक खूबसूरत तरीका बन गया। आद्याश्री ने कहा कि उनके लिए जुबीन मामा हमेशा मार्गदर्शक और प्रेरणा का स्रोत रहेंगे। उनका मानना है कि जुबीन मामा की आशीर्वाद उनके साथ हैं और यही उन्हें आगे बढ़ने की शक्ति देती है।
इस अवसर पर आद्याश्री ने सोशल मीडिया पर भी भावनाएं साझा कीं और जुबीन मामा की तस्वीर के साथ पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि “मामा मैं जीत गई, अब तो आ जाओ।” यह पोस्ट वायरल हो गया और फैंस के बीच भावनाओं की लहर दौड़ गई। लोग आद्याश्री की भावनाओं और उनके समर्पण को बेहद सराह रहे हैं।
आद्याश्री की यह कहानी उन सभी बच्चों और युवाओं के लिए प्रेरणा है जो अपने सपनों को पूरा करने के लिए मेहनत कर रहे हैं। उन्होंने यह साबित किया कि अगर दृढ़ निश्चय और मेहनत हो तो कोई भी लक्ष्य असंभव नहीं है। उनके प्रयास और जुबीन मामा के प्रति उनका सम्मान दर्शाता है कि सफलता केवल व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं, बल्कि अपने गुरु, प्रेरणास्रोत और प्रियजनों के योगदान का परिणाम भी है।
सुपर डांसर 5 के फाइनल में आद्याश्री की जीत ने दर्शकों को भी भावुक कर दिया। जजेस ने उनके प्रदर्शन की तारीफ करते हुए कहा कि उनका डांस सिर्फ तकनीकी रूप से उत्कृष्ट नहीं था, बल्कि उसमें दिल और भावना का स्पर्श भी था। आद्याश्री की यह सफलता अब उनके करियर में नए अवसर खोल सकती है, और उन्हें भारतीय मनोरंजन उद्योग में एक नई पहचान दिला सकती है।
आद्याश्री उपाध्याय की यह भावनात्मक जीत और जुबीन मामा को समर्पित ट्रॉफी यह संदेश देती है कि सम्मान, कृतज्ञता और मेहनत हमेशा सफलता के साथ जुड़ी होती हैं। उनकी यह प्रेरक कहानी दर्शकों को याद दिलाती है कि अपने सपनों के प्रति सच्ची लगन और अपने मार्गदर्शकों के प्रति सम्मान जीवन में महान उपलब्धियां ला सकते हैं।