• Create News
  • Nominate Now

    अमेरिका-भारत संबंधों के विशेषज्ञ एशली टेलिस गुप्त दस्तावेज रखने के आरोप में गिरफ्तार

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं।

    अमेरिका-भारत संबंधों के प्रमुख विशेषज्ञ और अमेरिकी सरकारों के रणनीतिक सलाहकार रह चुके एशली टेलिस को राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े गोपनीय दस्तावेजों को अवैध रूप से रखने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।

    जांच एजेंसियों और अदालत में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार, टेलिस के घर से 1000 से अधिक पृष्ठ बरामद किए गए हैं, जिन पर “Top Secret” और “Secret” जैसी उच्चतम गोपनीयता की मुहर लगी हुई है।

    एफबीआई द्वारा वर्जीनिया स्थित उनके घर में शनिवार को की गई तलाशी के दौरान ये दस्तावेज़ बरामद हुए।

    एशली टेलिस एक भारतीय मूल के अमेरिकी रणनीतिक विशेषज्ञ हैं, जिन्होंने अमेरिका-भारत संबंधों के क्षेत्र में दशकों से कार्य किया है। वे कई अमेरिकी राष्ट्रपतियों और राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसियों को सलाह देते रहे हैं, और उन्होंने कार्नेगी एंडॉवमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस, रैंड कॉरपोरेशन, तथा नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल जैसी संस्थाओं में भी अहम भूमिका निभाई है।

    उनकी पहचान एक ऐसे रणनीतिकार के रूप में रही है जिन्होंने भारत को एक मजबूत साझेदार बनाने में गहरी भूमिका निभाई है — विशेष रूप से न्यूक्लियर डील और इंडो-पैसिफिक नीति के क्षेत्र में।

    अदालती हलफनामे के अनुसार, एशली टेलिस पर “राष्ट्रीय रक्षा सूचना को अवैध रूप से रखने” (Unlawful Retention of National Defense Information) का आरोप है। जांचकर्ताओं ने बताया कि टेलिस ने:

    • सुरक्षा प्रतिबंधों को दरकिनार करते हुए संवेदनशील दस्तावेज़ अपने आवास पर लाए

    • दस्तावेजों को SCIF (Secure Compartmented Information Facility) से बाहर निकाला

    • कुछ दस्तावेजों को जानबूझकर अपने पर्सनल फाइल नामों से सेव किया, जैसे “Econ Reform”

    एफबीआई की रिपोर्ट में यह भी दर्ज है कि कुछ दस्तावेज वायु सेना, विदेशी रक्षा रणनीतियों, हथियार प्रणालियों और खुफिया जानकारी से जुड़े थे।

    टेलिस की संदिग्ध गतिविधियों पर पहले से निगरानी चल रही थी। एक बार, सर्विलांस वीडियो में उन्हें एक नोटबुक और ब्रीफकेस में दस्तावेज़ ले जाते देखा गया। इसके बाद जांच और तेज की गई। जब उनके घर की तलाशी ली गई, तो वहां संवेदनशील सरकारी दस्तावेजों के ढेर मिले।

    वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, दस्तावेज़ों में शामिल कुछ सूचनाएं इतनी संवेदनशील थीं कि उन्हें केवल सीमित एजेंसी अधिकारी ही देख सकते थे।

    हालांकि अभी तक टेलिस पर सीधे तौर पर किसी विदेशी शक्ति, जैसे चीन को, जानकारी देने का आरोप नहीं लगा है, लेकिन रिपोर्टों के मुताबिक:

    • वे चीनी अधिकारियों से अघोषित मुलाकातें कर चुके हैं

    • कुछ बैठकों में उन्होंने दस्तावेज़ ले जाकर वहां छोड़े

    • एफबीआई इन मुलाकातों की भी गहराई से जांच कर रही है

    अगर यह साबित होता है कि गोपनीय जानकारी किसी विदेशी राष्ट्र के हाथ लगी, तो मामला जासूसी का भी बन सकता है।

    फिलहाल एशली टेलिस संघीय हिरासत में हैं। उनके खिलाफ:

    • “Espionage Act” के तहत कार्रवाई चल रही है

    • दोष सिद्ध होने पर 10 से 20 साल तक की सज़ा हो सकती है

    • अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने मामले पर टिप्पणी से इनकार किया है

    अगली सुनवाई में न्यायालय तय करेगा कि उन्हें जमानत मिलेगी या नहीं

    भारत सरकार ने अभी तक इस विषय पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन कूटनीतिक हलकों में यह मुद्दा गर्माया हुआ है।

    टेलिस लंबे समय तक भारत के हितैषी माने जाते रहे हैं। उन्होंने:

    • भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को आगे बढ़ाने में मदद की

    • भारत को ‘प्रमुख रक्षा साझेदार’ घोषित करवाने में भूमिका निभाई

    • चीन के खिलाफ भारत को रणनीतिक रूप से मज़बूत करने की पैरवी की

    ऐसे में उनके खिलाफ लगे आरोप भारत के लिए सावधानी और चिंतन का विषय हैं।

    एशली टेलिस की गिरफ्तारी ने अमेरिका के अंदर सुरक्षा प्रणाली की सख्ती पर भी सवाल खड़े किए हैं।

    न्यूज़ शेयर करने के लिए क्लिक करें .
  • Advertisement Space

    Related Posts

    महाकुंभ 2025 भगदड़ मामले में इलाहाबाद HC सख्त, कहा- पीड़ित परिवार को तुरंत मुआवजा दिया जाए

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। महाकुंभ 2025 के दौरान हुए भगदड़ मामले ने फिर से राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित किया है। मध्य प्रदेश के रायसेन जिले…

    Continue reading
    गाज़ा संघर्षविराम: इस्राइल ने कुछ चिकित्सा कर्मियों को रिहा किया, लेकिन अस्पताल प्रमुख अबू सफिया अब भी हिरासत में

    इस खबर को सुनने के लिये प्ले बटन को दबाएं। गाज़ा में जारी संघर्षविराम के बीच, इस्राइल द्वारा गिरफ्तार किए गए कई चिकित्सा कर्मियों की रिहाई की गई है। इनमें…

    Continue reading

    Leave a Reply

    Your email address will not be published. Required fields are marked *