




बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सोशल मीडिया पर एक बार फिर खान सर का वीडियो चर्चा में है। वीडियो में खान सर अपने क्लासरूम में बच्चों को बिहार की शराबबंदी के फायदे और नुकसान समझाते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो में उन्होंने शराबबंदी के सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव पर विस्तार से बात की और बताया कि किससे फायदा हुआ और किसको नुकसान हुआ।
वीडियो में खान सर का अंदाज़ हमेशा की तरह सरल और समझने योग्य है। वे छात्रों को गणित की तरह शराबबंदी के “गुणा-गणित” समझा रहे हैं। खान सर ने कहा कि शराबबंदी का मुख्य उद्देश्य समाज को शराब के नकारात्मक प्रभावों से बचाना था। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि यह निर्णय राजनीति और चुनावी माहौल से पूरी तरह अलग नहीं था।
खान सर ने कहा कि शराबबंदी से सबसे बड़ा फायदा गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों को हुआ, जिनकी आय शराब पर खर्च हो जाती थी। उन्होंने बताया कि शराबबंदी के बाद कई परिवारों में घरेलू सुख-शांति बढ़ी और महिलाओं और बच्चों पर मानसिक और आर्थिक दबाव कम हुआ।
वहीं, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शराबबंदी से कुछ लोगों को नुकसान भी हुआ। इसमें शराब विक्रेता, कई छोटे उद्योग और वे लोग शामिल हैं जो इस व्यवसाय पर निर्भर थे। खान सर ने कहा कि इसका असर अर्थव्यवस्था और स्थानीय रोजगार पर भी पड़ा।
खान सर ने अपने छात्रों को यह भी बताया कि बिहार में शराबबंदी का निर्णय राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि इस नीति के पीछे चुनावी गणित भी था। जनता में इसे लेकर सकारात्मक और नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलीं। कई सामाजिक संगठन और महिलाओं के समूह इसे स्वागत योग्य मानते हैं, वहीं शराब उद्योग से जुड़े लोग इसके खिलाफ थे।
वीडियो में खान सर ने यह भी समझाया कि चुनाव से पहले किसी भी नीति के सामाजिक और आर्थिक प्रभाव को समझना बहुत जरूरी है। उनका कहना था कि नीति केवल कानून बनाकर खत्म नहीं होती, बल्कि इसके प्रभाव और परिणाम को आंकना भी महत्वपूर्ण है।
इस वीडियो को सोशल मीडिया पर भारी प्रतिक्रिया मिल रही है। कई लोगों ने खान सर के इस शिक्षाप्रद अंदाज़ की सराहना की है। यूजर्स कह रहे हैं कि वीडियो न सिर्फ शिक्षाप्रद है बल्कि राजनीतिक और सामाजिक जागरूकता भी बढ़ाता है।
कुछ यूजर्स ने लिखा, “खान सर ने बड़ी सरल भाषा में शराबबंदी का पूरा गणित समझा दिया। चुनाव से पहले ऐसा वीडियो सभी को देखना चाहिए।” वहीं कुछ ने कहा कि यह वीडियो राजनीतिक बहस और चर्चा को भी मजबूती देता है।
खान सर ने हमेशा ही अपने वीडियो के माध्यम से सरल भाषा में जटिल मुद्दों को समझाने का प्रयास किया है। बिहार की शराबबंदी पर उनका यह विश्लेषण विद्यार्थियों और आम जनता के लिए न केवल जानकारीपूर्ण है, बल्कि उन्हें सोचने पर भी मजबूर करता है।
खान सर का मानना है कि बच्चों को सिर्फ पाठ्यपुस्तक की जानकारी देना पर्याप्त नहीं है। उन्हें समाज, राजनीति और आर्थिक नीतियों के वास्तविक प्रभाव से भी परिचित कराना जरूरी है। यही कारण है कि इस वीडियो में उन्होंने शराबबंदी के सकारात्मक और नकारात्मक पहलुओं दोनों को समझाया।