




इक्वाडोर में एक बार फिर से आतंक और अपराध का तांडव देखने को मिला, जब बुधवार को देश के दो अलग-अलग इलाकों में दो शक्तिशाली धमाके हुए। ये धमाके देश के दक्षिणी प्रांतों Azuay और El Oro को जोड़ने वाले पुलों पर हुए, जिससे न सिर्फ यातायात बाधित हुआ, बल्कि देश की आंतरिक सुरक्षा को लेकर चिंता भी बढ़ गई।
पिछले 24 घंटों में यह तीसरी बड़ी घटना थी। इससे पहले, इक्वाडोर के बंदरगाह शहर गुआयाकिल में एक पिकअप ट्रक धमाके में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी और दो अन्य घायल हो गए थे।
परिवहन मंत्री रॉबर्टो लुके ने इन घटनाओं की पुष्टि करते हुए सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि दोनों धमाकों का उद्देश्य पुलों को नुकसान पहुंचाना और सड़क परिवहन को ठप करना था।
“ये सिर्फ आपराधिक घटनाएं नहीं, बल्कि साफ तौर पर एक आतंकवादी हमला है, जिसका मकसद देश को डराना और अस्थिर करना है।”
— रॉबर्टो लुके, परिवहन मंत्री, इक्वाडोर
सरकारी एजेंसियों का कहना है कि विस्फोटकों को पुलों पर बहुत ही रणनीतिक तरीके से लगाया गया था, ताकि आम जनता और परिवहन को पूरी तरह से रोका जा सके। हालांकि, इन धमाकों में किसी की जान नहीं गई, लेकिन आवागमन ठप हो गया और आवश्यक सेवाओं पर भी असर पड़ा।
सरकार ने इन धमाकों के पीछे दो मुख्य संगठनों को जिम्मेदार ठहराया है:
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‘Los Lobos’ — इक्वाडोर का एक कुख्यात स्थानीय अपराध गिरोह, जो ड्रग तस्करी, अवैध खनन और हथियारों की तस्करी से जुड़ा हुआ है।
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पूर्व-FARC विद्रोही (Colombian ex-FARC dissidents) — कोलंबिया में 2016 की शांति संधि के बाद अलग हुए वो विद्रोही, जो अब अलग-अलग अपराध नेटवर्कों में सक्रिय हैं।
गृह मंत्री जॉन रीम्बर्ग ने कहा कि हाल ही में सरकार द्वारा अवैध खनन गतिविधियों पर सख्ती बढ़ाई गई थी, और कई ऑपरेशन के दौरान FARC से जुड़े लोगों को गिरफ्तार भी किया गया था। माना जा रहा है कि ये हमले उन अभियानों का प्रतिशोध हो सकते हैं।
गुआयाकिल में मंगलवार को एक भीषण धमाका उस वक्त हुआ जब एक पिकअप ट्रक एक व्यस्त सड़क पर विस्फोट कर गया। घटना स्थल के पास खड़े एक अन्य वाहन में भी विस्फोटक सामग्री मिली जिसे सेना ने निष्क्रिय कर दिया।
इस धमाके में:
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1 व्यक्ति की मौत
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2 लोग गंभीर रूप से घायल
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आसपास की इमारतों और दुकानों को भारी क्षति
स्थानीय निवासियों ने बताया कि धमाके के बाद चारों तरफ धुंआ और चीख-पुकार मच गई थी।
इस घटना की निंदा केवल इक्वाडोर तक सीमित नहीं रही। अमेरिका, कोलंबिया और कई अन्य देशों ने इन हमलों को “अस्वीकार्य आतंकवादी कृत्य” बताया है। अमेरिका ने सुरक्षा सहायता और खुफिया जानकारी साझा करने की पेशकश की है ताकि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके।
विशेषज्ञों का मानना है कि इक्वाडोर अब दक्षिण अमेरिका में उभरते हुए अपराध हॉटस्पॉट के रूप में सामने आ रहा है। इसका प्रमुख कारण है:
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कोलंबिया और पेरू के संगठित अपराधियों की सीमापार सक्रियता
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ड्रग तस्करी के लिए इक्वाडोर का रणनीतिक स्थान
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कमजोर सुरक्षा व्यवस्थाएं और भ्रष्टाचार
‘Los Lobos’ गिरोह पिछले कुछ वर्षों से मेक्सिकन कार्टेल और कोलंबियाई अपराधियों के साथ मिलकर पूरे क्षेत्र में आतंक फैलाने में लगा है।
राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने राष्ट्र को संबोधित करते हुए कहा:
“हम डरने वाले नहीं हैं। अपराधियों और आतंकवादियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
सरकार ने:
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प्रभावित इलाकों में सेना और विशेष बलों की तैनाती
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आतंकवादी गतिविधियों पर शून्य सहिष्णुता नीति
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संदिग्ध संगठनों की निगरानी बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं।
इक्वाडोर में हालिया धमाके एक बड़ी सुरक्षा चुनौती बनकर सामने आए हैं। आतंकवादी तत्व अब केवल सीमावर्ती क्षेत्रों में नहीं, बल्कि बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहे हैं। पुलों जैसे अहम सार्वजनिक संसाधनों पर हमले यह दर्शाते हैं कि इन अपराधियों की मंशा केवल हिंसा नहीं, बल्कि अस्थिरता और अराजकता फैलाना है।