




गाजियाबाद की महागुनपुरम सोसाइटी में पिछले कुछ घंटों में स्वास्थ्य संकट उत्पन्न हो गया है। सोसाइटी में पानी की आपूर्ति दूषित होने के कारण लगभग 80 से अधिक लोग बीमार हो गए हैं। इनमें से कई लोगों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती करना पड़ा है।
सोसाइटी के निवासियों का कहना है कि पानी पीने के बाद उन्हें अचानक उल्टी, दस्त और पेट दर्द की शिकायतें होने लगीं। लोगों ने बताया कि उन्होंने पानी की गंध और रंग में बदलाव महसूस किया था, लेकिन शुरू में इसे गंभीरता से नहीं लिया। कुछ घंटों में ही कई लोग बीमार पड़ गए और स्थिति गंभीर हो गई।
घटना के बाद सोसाइटी में हड़कंप मच गया। लोग प्रशासन और पानी सप्लाई कंपनी से नाराज हो गए। सोसाइटी के कुछ निवासियों ने कहा कि यह गंदा पानी पीने की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है, लेकिन इसका समाधान नहीं किया गया। उन्होंने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
स्थानीय अस्पतालों में भर्ती लोगों का कहना है कि उन्हें उल्टी, पेट दर्द और बुखार की शिकायतें हैं। डॉक्टरों ने कहा कि यह पानी से फैलने वाली संक्रामक बीमारी हो सकती है और मरीजों का इलाज किया जा रहा है। अस्पताल प्रबंधन ने पर्याप्त बेड और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं ताकि सभी मरीजों का समय पर इलाज हो सके।
प्रशासन ने इस मामले पर तुरंत संज्ञान लिया है। नगर निगम और जल बोर्ड की टीम ने गाजियाबाद की महागुनपुरम सोसाइटी में पानी की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि दूषित पानी की आपूर्ति रोकने के साथ-साथ पानी की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए विशेष कदम उठाए जाएंगे।
जल बोर्ड के अधिकारी ने बताया कि पानी में प्रदूषण का कारण पाइपलाइन में गंदगी या जल स्रोत से जुड़ी समस्या हो सकती है। टीम ने बताया कि तुरंत साफ पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने और समस्या का मूल कारण ढूंढने के लिए जांच तेज कर दी गई है।
सोसाइटी निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि नियमित रूप से पानी की गुणवत्ता की जांच हो और इस प्रकार की दुर्घटनाएं भविष्य में न हों। उन्होंने कहा कि पानी की यह स्थिति न केवल स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है बल्कि बच्चों और बुजुर्गों के लिए और भी गंभीर परिणाम ला सकती है।