




प्रसिद्ध तकनीकी कंपनी Oracle Corporation ने एक बड़ी घोषणा करते हुए यह खुलासा किया है कि वह वित्तीय वर्ष 2030 तक अपने क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर से $166 बिलियन (लगभग ₹13.8 लाख करोड़) वार्षिक राजस्व प्राप्त करने का लक्ष्य रखती है।
यह घोषणा कंपनी के सह-CEO क्ले मैगुइर्क (Clay Magouyrk) ने गुरुवार को एक वित्तीय विश्लेषक बैठक में की, जिसके बाद Oracle के शेयरों में तत्काल 5% की वृद्धि देखी गई।
कंपनी का कहना है कि हाल ही के महीनों में उसे कई बड़े ऑर्डर प्राप्त हुए हैं, जो इस वृद्धि को संभव बनाएंगे। Oracle के क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर डिवीजन (OCI) ने $65 बिलियन के नए ऑर्डर बुक किए हैं।
कंपनी के मुताबिक, ये ऑर्डर सिर्फ OpenAI जैसे बड़े ग्राहक तक सीमित नहीं हैं, बल्कि Meta (Facebook), NVIDIA और अन्य Fortune 500 कंपनियों से भी भारी डिमांड आई है।
Oracle का यह अनुमान ऐसे समय में आया है जब विश्व भर में कंपनियाँ Generative AI और Machine Learning जैसे तकनीकों के लिए क्लाउड सेवाओं पर अधिक निर्भर हो रही हैं। Oracle ने हाल ही में AMD, NVIDIA और अन्य चिप निर्माताओं के साथ साझेदारी की है ताकि डेटा सेंटर्स को और बेहतर बनाया जा सके।
Oracle का कहना है कि उसके पास पहले से ही $455 बिलियन से अधिक के RPOs (Remaining Performance Obligations) हैं, जो दर्शाता है कि भविष्य के वर्षों के लिए राजस्व का आधार पहले से तैयार है।
Oracle के सह-CEO क्ले मैगुइर्क ने कहा:
“हम सिर्फ AI के ट्रेंड को फॉलो नहीं कर रहे हैं, हम इसे आकार दे रहे हैं। हमारी क्लाउड क्षमता और ऑटोमेशन ने हमें एक अलग स्थान पर खड़ा कर दिया है। हमारा लक्ष्य न केवल बाजार में बढ़त बनाए रखना है, बल्कि उसे फिर से परिभाषित करना है।”
Oracle की योजना 2030 तक कई नए Hyper-Scale Data Centers खोलने की है। हाल ही में कंपनी ने OpenAI के साथ एक $500 बिलियन के अनुबंध की पुष्टि की, जिसके तहत 5 नए बड़े डेटा सेंटर्स बनाए जाएंगे।
इसके साथ-साथ, Oracle की रणनीति में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन, उच्चतम डेटा सिक्योरिटी, और क्लाउड AI सेवाओं पर विशेष ध्यान शामिल है।
जहाँ Oracle का लक्ष्य प्रभावशाली है, वहीं कुछ विशेषज्ञ इसे अत्यधिक महत्वाकांक्षी मानते हैं।
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पूंजी निवेश की मात्रा अत्यधिक होगी।
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वैश्विक प्रतिस्पर्धा (AWS, Microsoft Azure, Google Cloud) में बने रहना कठिन होगा।
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तकनीकी व्यवधान और डेटा गोपनीयता से जुड़े मुद्दे चुनौती बन सकते हैं।
हालांकि, Oracle की पहले से बुकिंग की स्थिति, मजबूत ग्राहक आधार और बुनियादी ढांचे की तैयारी इसे एक ठोस दावेदार बनाती है।
Oracle की योजनाओं का असर भारत पर भी पड़ेगा। भारतीय स्टार्टअप्स, सरकारी परियोजनाएं, और पारंपरिक व्यवसाय अब तेजी से Oracle Cloud की ओर रुख कर सकते हैं।
Oracle पहले ही हैदराबाद और मुंबई में बड़े क्लाउड रीजन स्थापित कर चुका है और इस वृद्धि के साथ वह और भी विस्तार कर सकता है।
Oracle का 2030 तक $166 बिलियन का क्लाउड राजस्व लक्ष्य तकनीकी दुनिया में एक नया मील का पत्थर बन सकता है।