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इंडियन यूथ कांग्रेस में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। कांग्रेस पार्टी ने संगठन में बड़े बदलाव के तहत मनीष शर्मा को इंडियन यूथ कांग्रेस का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त किया है। दिल्ली में आयोजित एक सादे लेकिन गरिमामय समारोह में मनीष शर्मा ने पदभार संभाला। इस मौके पर पार्टी के वरिष्ठ नेताओं, कार्यकर्ताओं और युवा कांग्रेस पदाधिकारियों ने नए अध्यक्ष का स्वागत किया और उन्हें शुभकामनाएं दीं।
मनीष शर्मा का चयन कांग्रेस के लिए एक रणनीतिक कदम माना जा रहा है, खासकर तब जब पार्टी 2029 के लोकसभा चुनावों की दिशा में अपने संगठनात्मक ढांचे को मज़बूत करने में जुटी हुई है। शर्मा लंबे समय से कांग्रेस संगठन से जुड़े रहे हैं और जमीनी स्तर पर काम करने वाले नेताओं में गिने जाते हैं। उन्हें युवा कार्यकर्ताओं के बीच एक ऊर्जावान और सक्रिय नेता के रूप में जाना जाता है।
पदभार ग्रहण करते समय मनीष शर्मा ने कहा कि यह सिर्फ एक पद नहीं, बल्कि युवाओं की आवाज़ को बुलंद करने की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा, “इंडियन यूथ कांग्रेस देश के युवाओं की उम्मीदों का प्रतीक है। हमारी कोशिश होगी कि हम हर युवा तक पहुंचे और कांग्रेस की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाएं।” उन्होंने आगे कहा कि आने वाले समय में संगठन युवाओं के मुद्दों—शिक्षा, रोजगार, सामाजिक न्याय और आर्थिक अवसरों—पर अधिक फोकस करेगा।
कार्यक्रम के दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने outgoing पदाधिकारी बी. वी. श्रीनिवास और संगठन प्रभारी अल्लावरु के योगदान की भी सराहना की। कांग्रेस नेताओं ने कहा कि इन दोनों नेताओं ने चुनौतीपूर्ण समय में संगठन को मज़बूत बनाए रखा और महामारी के दौरान युवाओं को सामाजिक सेवा के लिए प्रेरित किया। पार्टी महासचिव ने कहा कि “श्रीनिवास और अल्लावरु ने न केवल संगठन को मजबूती दी, बल्कि युवाओं में सामाजिक चेतना और जिम्मेदारी की भावना भी पैदा की।”
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मनीष शर्मा को शुभकामनाएं दीं। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा, “मनीष शर्मा को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई। युवा कांग्रेस हमेशा से बदलाव और उम्मीद की आवाज़ रही है। मुझे विश्वास है कि मनीष इस विरासत को आगे बढ़ाएंगे और युवाओं को सशक्त बनाएंगे।”
कांग्रेस में इस बदलाव को एक “नई ऊर्जा” के रूप में देखा जा रहा है। पार्टी का मानना है कि नए नेतृत्व के साथ इंडियन यूथ कांग्रेस आने वाले वर्षों में न केवल संगठनात्मक मजबूती हासिल करेगी बल्कि देशभर में युवा वर्ग के बीच पार्टी का जनाधार भी बढ़ाएगी। यह कदम कांग्रेस के पुनर्गठन अभियान का हिस्सा भी है, जिसमें युवाओं और नए चेहरों को प्रमुख भूमिका दी जा रही है।
मनीष शर्मा ने पदभार संभालने के बाद कार्यकर्ताओं से संवाद करते हुए कहा कि वे संगठन को डिजिटल और वैचारिक दोनों रूपों में मज़बूत बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले महीनों में यूथ कांग्रेस हर राज्य में “युवा संवाद” और “भविष्य भारत अभियान” जैसे कार्यक्रम चलाएगी, ताकि युवाओं से सीधा संवाद स्थापित किया जा सके। उनका लक्ष्य है कि युवाओं के विचार, समस्याएं और सुझाव सीधे पार्टी की नीति निर्धारण प्रक्रिया तक पहुंचें।
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस का यह नया दौर युवाओं के सहयोग से ही सफल हो सकता है। “हमारा उद्देश्य है कि युवाओं को केवल राजनीति का हिस्सा न बनाया जाए, बल्कि उन्हें नीति निर्माण और सामाजिक परिवर्तन की प्रक्रिया में सक्रिय भागीदारी दी जाए,” उन्होंने कहा।
कांग्रेस के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल ने भी इस मौके पर कहा कि पार्टी युवा कांग्रेस को एक “थिंक टैंक” के रूप में विकसित करना चाहती है, जो जमीनी हकीकत और नीति के बीच सेतु का काम करे। उन्होंने कहा, “आज देश के युवाओं को दिशा देने की ज़रूरत है, और हमें गर्व है कि हमारे पास मनीष जैसे ऊर्जावान नेता हैं जो इस जिम्मेदारी को बखूबी निभाएंगे।”
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इंडियन यूथ कांग्रेस के इस बदलाव से पार्टी को जमीनी स्तर पर नई दिशा मिलेगी। हाल के वर्षों में कांग्रेस ने संगठन में युवाओं की भूमिका को बढ़ाने की रणनीति अपनाई है, जिससे आने वाले चुनावों में पार्टी को एक नई राजनीतिक धार मिलेगी।
कार्यक्रम के अंत में मनीष शर्मा ने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर संगठन को मज़बूत करने का आह्वान किया और कहा कि “यह सिर्फ एक पदभार नहीं, बल्कि एक आंदोलन है—युवाओं के अधिकार, अवसर और भविष्य के लिए।”
इस तरह, इंडियन यूथ कांग्रेस के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू हो गया है। मनीष शर्मा की ताजपोशी के साथ पार्टी में नई ऊर्जा और उम्मीद का संचार हुआ है। अब देखना यह होगा कि उनके नेतृत्व में युवा कांग्रेस किस तरह देश के युवाओं के बीच अपनी भूमिका को और मज़बूत बनाती है।








