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देशभर के सर्राफा बाजारों में आज यानी मंगलवार को सोना और चांदी की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है। भारतीय बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के ताज़ा रेट्स के मुताबिक, सोने की कीमत में ₹900 तक और चांदी में ₹1500 तक की कमी आई है। लगातार कई दिनों तक तेजी के बाद यह गिरावट बाजार में नई हलचल पैदा कर रही है। वहीं एक्सपर्ट्स का कहना है कि मौजूदा गिरावट निवेशकों के लिए खरीदारी का सुनहरा मौका साबित हो सकती है।
मौजूदा रेट की बात करें तो, दिल्ली सर्राफा बाजार में 24 कैरेट सोना ₹1,19,164 प्रति 10 ग्राम पर आ गया है, जो सोमवार को ₹1,21,077 था। इसी तरह चांदी ₹1,45,031 प्रति किलोग्राम से घटकर ₹1,43,400 प्रति किलोग्राम हो गई है। मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख बाजारों में भी यही रुझान देखने को मिला।
क्यों गिर रहे हैं सोना-चांदी के दाम?
विशेषज्ञों का कहना है कि डॉलर की मजबूती और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बिकवाली के कारण सोना और चांदी के दामों में गिरावट आई है। अमेरिका में ब्याज दरों को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है, जिससे ग्लोबल इन्वेस्टर्स सोने से दूरी बना रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना $2,330 प्रति औंस पर ट्रेड हो रहा है, जबकि चांदी की कीमत $27.45 प्रति औंस दर्ज की गई। पिछले सप्ताह अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और डॉलर इंडेक्स में आई बढ़ोतरी के बाद निवेशकों ने सुरक्षित निवेश साधनों से अपना पैसा निकालना शुरू किया था, जिसका असर सीधे तौर पर कीमती धातुओं के बाजार पर पड़ा।
भारत में भी पड़ा असर
भारत में सोने और चांदी की कीमतें अंतरराष्ट्रीय भावों पर काफी निर्भर करती हैं। दिल्ली, मुंबई, जयपुर, अहमदाबाद और लखनऊ जैसे प्रमुख शहरों में आज सोने और चांदी के भाव में भारी गिरावट दर्ज की गई।
निवेशकों के लिए क्या बोले एक्सपर्ट?
बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि यह गिरावट लॉन्ग टर्म निवेशकों के लिए अच्छा मौका है। विशेषज्ञ अजय केडिया का कहना है कि “भारत में दिवाली और शादी के सीजन को देखते हुए आने वाले हफ्तों में सोने और चांदी की मांग फिर बढ़ेगी। इसलिए मौजूदा समय में खरीदारी करने वाले निवेशकों को आने वाले महीनों में अच्छा रिटर्न मिल सकता है।”
डॉलर इंडेक्स और ब्याज दर का सीधा असर
विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने की कीमत का सीधा संबंध डॉलर इंडेक्स और ब्याज दरों से होता है। जब डॉलर मजबूत होता है, तो निवेशक सोना छोड़कर अन्य साधनों में निवेश बढ़ाते हैं। यही वजह है कि इस समय सोने की कीमतों में नरमी आई है।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने हाल ही में संकेत दिए हैं कि ब्याज दरें फिलहाल स्थिर रहेंगी, लेकिन भविष्य में कटौती की संभावना कम है। इसका असर अंतरराष्ट्रीय बाजारों में सोने और चांदी दोनों पर पड़ा है।
घरेलू बाजार में मांग बनी रहेगी
हालांकि भारत में सोने और चांदी की मांग पर इसका बहुत बड़ा असर नहीं पड़ने वाला है। आने वाले हफ्तों में छठ पूजा, कार्तिक पूर्णिमा और शादी-ब्याह का सीजन शुरू हो रहा है, जिसके कारण फिजिकल गोल्ड की खरीदारी में तेजी आने की उम्मीद है।
सर्राफा बाजार के कारोबारियों का कहना है कि भाव घटने के बाद अब ग्राहक फिर से दुकानों की ओर लौट रहे हैं। कई जगहों पर बुकिंग की संख्या बढ़ी है।
सोने और चांदी की मौजूदा कीमतों में आई यह गिरावट निवेशकों और आम ग्राहकों दोनों के लिए राहत भरी खबर है। जहां एक ओर वैश्विक कारकों से दाम में अस्थिरता बनी हुई है, वहीं दूसरी ओर घरेलू मांग जल्द ही इन धातुओं की कीमतों को फिर से ऊपर ले जा सकती है।






