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कल ′रात’ को Narcotics Control Bureau (एनसीबी) मुंबई यूनिट ने गोवा में एक हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन के तहत Danish Chikna उर्फ Danish Merchant को गिरफ्तार किया है। चिकना पर लंबे समय से निगरानी थी और उसके खिलाफ ड्रग्स तस्करी एवं सिंडिकेट संचालन के मामले दर्ज थे। वह भगोड़े घोषित अंडरवर्ल्ड डॉन Dawood Ibrahim के बेहद करीबी माने जाते थे।
एनसीबी सूत्रों के अनुसार, चिकना को गोवा के किसी रिसोर्ट में ट्रैक कर सूचना मिलते ही क्लब किया गया। पीछे-पीछे पुणे और मुंबई में पहले छोटे-छोटे जाल बिछाए गए थे, जिसमें लगभग 502 ग्राम मेफेड्रोन पुणे में तथा बाद में मुंबई में 839 ग्राम की बरामदगी हुई थी। कुल मिलाकर 1.341 किलोग्राम मेफेड्रोन के साथ चिकना को हिरासत में लिया गया।
चिकना की पहचान मुंबई के डोंगरी इलाके में ड्रग्स मैन्युफैक्चरिंग यूनिट चलाने वाले व्यक्ति के रूप में की गई है। वह लंबे समय से मुंबई-पश्चिम भारत में ड्रग्स सिंडिकेट के संचालन में सक्रिय था और उसके खिलाफ कई एनडीपीएस तथा स्थानीय पुलिस केस दर्ज थे।
एनसीबी के विवेचन में सामने आया है कि चिकना ने पहले भी 2019 में गिरफ्तार हुई डोंगरी यूनिट के बाद जमानत पर बाहर आकर वापस नेटवर्क को चलाया। राजस्थान के कोटा में भी उसका कभी पीछा हुआ था। बावजूद इसके वह दोबारा सक्रिय हुआ था और लगातार राज्यों में ड्रग्स सप्लाई एवं निर्माण की प्रक्रियाओं को संचालित करता रहा।
गिरफ्तारी के बाद एजेंसियों का कहना है कि यह मुकदमा सिर्फ चिकना को पकड़ने तक सीमित नहीं रह जाएगा बल्कि इसके पीछे छिपे नेटवर्क, उसकी आपूर्ति-श्रेणियाँ, धन के लेन-देन और अंडरवर्ल्ड के अन्य सम्बन्धों को उजागर किया जाएगा। इस गिरफ्तारी को दाऊद इब्राहिम के भारत-आधारित ड्रग्स कारोबार को कमजोर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण सफलता माना जा रहा है।
सुरक्षा एजेंसियों को यह सफलता तकनीकी निगरानी, संवाद स्रोतों और राज्यों के बीच समन्वित अभियान के कारण मिली है। गोवा में मिली ठोस खबर को तुरंत एक ऑपरेशन में बदल दिया गया और चिकना को चौंका देने वाली गति से पकड़ा गया। सूत्र बताते हैं कि वह आये-दिन राज्यों के बीच दौड़ रहा था, जिससे उसकी लोकेशन बदल रही थी।
इस गिरफ्तारी का मतलब यह है कि मुंबई-पश्चिम भारत में ड्रग्स के अवैध तंत्र को झकझोरने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया गया है। चूंकि चिकना को दाऊद की अंतरराष्ट्रीय आपराधिक नेटवर्क के साथ जोड़कर देखा जा रहा था, इसलिए अगले पड़ाव में एजेंसियों की नजर अन्य प्रमुख सहयोगियों और वित्तीय स्रोतों पर भी होगी।
अब यह देखना होगा कि चिकना की गिरफ्तारी से कितने बड़े नाम और कहां तक ड्रग नेटवर्क तक पहुँचा जा सकता है। जांच अधिकारी कह रहे हैं कि आगे आने वाले दिनों में इस मामले में और खुलासे होने की संभावना है।
इस तरह, चिकना की गिरफ्तारी ने सिर्फ एक व्यक्ति को रोका नहीं है बल्कि एक पूरे आपराधिक तंत्र को चुनौती दी है। ड्रग्स-कारोबार के खिलाफ एजेंसियों की सतत मुहिम में यह एक प्रेरक संदेश बनेगा कि चाहे कितनी ही हाई-प्रोफाइल व्यक्तियों की छड़ हो, कार्रवाई जारी रहेगी।







