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पंजाबी गायक और बॉलीवुड अभिनेता दिलजीत दोसांझ हाल ही में एक विवाद के केंद्र में आ गए हैं। इस बार विवाद उनके ऑस्ट्रेलिया में होने वाले कॉन्सर्ट को लेकर सामने आया है। एक खालिस्तानी समूह ने धमकी दी है कि यदि दिलजीत दोसांझ ने अपने आगामी कॉन्सर्ट में प्रस्तुति दी, तो इसे रोकने के लिए कठोर कदम उठाए जाएंगे।
विवाद का कारण सिंगर द्वारा हाल ही में बॉलीवुड के सुपरस्टार अमिताभ बच्चन के पैरों को छूकर सम्मान व्यक्त करना बताया जा रहा है। यह पारंपरिक भारतीय रीति-रिवाज के अनुसार बुजुर्ग और आदरणीय व्यक्तियों के प्रति सम्मान दर्शाने का तरीका है। हालांकि, खालिस्तानी समूह ने इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी और इसे सिख समुदाय के प्रतीकात्मक मूल्यों के खिलाफ बताया।
समूह ने सोशल मीडिया और मीडिया चैनलों के माध्यम से चेतावनी जारी की है कि यदि दिलजीत दोसांझ ऑस्ट्रेलिया में कार्यक्रम करते हैं, तो उनके खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा और कॉन्सर्ट को रद्द कराने के लिए कानूनी और सामाजिक दबाव डाला जाएगा। समूह ने दावा किया कि यह कदम उनके समुदाय के गौरव और पहचान को बचाने के लिए जरूरी है।
वहीं, दिलजीत दोसांझ की टीम ने इस मुद्दे पर फिलहाल कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, दिलजीत अपने सामाजिक और धार्मिक दृष्टिकोण से हमेशा सम्मान और शांति का संदेश देते रहे हैं।
सोशल मीडिया पर इस विवाद ने जमकर हलचल मचा दी है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और फेसबुक पर फैंस ने दिलजीत दोसांझ का समर्थन किया है और इसे केवल भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार सम्मान देने के तौर पर देखा है। कई यूजर्स ने लिखा कि यह केवल एक सम्मानजनक कदम था और इसे विवाद का मुद्दा बनाना अनुचित है।
कुछ आलोचक इस घटना को राजनीतिक और सामाजिक पहचान के मुद्दे से जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ संगठन इसे धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं के बहाने विवाद उत्पन्न करने के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं।
दिलजीत दोसांझ का ऑस्ट्रेलिया कॉन्सर्ट प्रमुख शहरों में आयोजित होने वाला है। इस घटना के चलते आयोजक और सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं। उन्होंने कहा है कि सुरक्षा और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए स्थानीय पुलिस और अधिकारियों के साथ समन्वय किया जा रहा है।
वहीं, संगीत प्रेमियों और फैंस की बड़ी संख्या इस कॉन्सर्ट के लिए उत्साहित है। उनका कहना है कि इस प्रकार के विरोध और धमकी के बावजूद संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रम जारी रहना चाहिए।
दिलजीत दोसांझ पंजाब और बॉलीवुड में एक लोकप्रिय नाम हैं। उनके गाने, फिल्में और स्टेज शो युवाओं में बेहद पसंद किए जाते हैं। उनका यह कदम केवल सांस्कृतिक सम्मान और आदर के रूप में देखा गया, लेकिन खालिस्तानी समूह ने इसे विवाद का कारण बना दिया।
विशेषज्ञों का कहना है कि इस विवाद ने यह दिखाया है कि आधुनिक समय में कलाकारों को सांस्कृतिक परंपराओं और राजनीतिक पहचान के बीच संतुलन बनाना कितना चुनौतीपूर्ण हो गया है।
इस विवाद के बीच यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ऑस्ट्रेलिया में कॉन्सर्ट कैसे प्रभावित होता है। आयोजक और सुरक्षा एजेंसियां सभी परिस्थितियों के लिए तैयार हैं। वहीं, दिलजीत दोसांझ की टीम भी स्थिति को लेकर रणनीति बना रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद मीडिया और सोशल मीडिया पर लंबे समय तक चर्चा में रहेगा। साथ ही, यह घटना कलाकारों और आयोजकों के लिए भी चेतावनी बन सकती है कि सांस्कृतिक और धार्मिक संवेदनाओं को ध्यान में रखते हुए ही कार्यक्रम आयोजित करना चाहिए।
दिलजीत दोसांझ का यह विवाद एक बार फिर यह दर्शाता है कि कला, संस्कृति और राजनीति के क्षेत्र में संवेदनशील मुद्दों को लेकर हमेशा सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है। हालांकि, अधिकांश फैंस इसे केवल सम्मान और भारतीय सांस्कृतिक परंपरा के अनुसार कदम मानते हैं।








