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राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अंबाला वायुसेना स्टेशन से राफेल लड़ाकू विमान में उड़ान भरकर एक ऐतिहासिक और अविस्मरणीय अनुभव प्राप्त किया। यह उड़ान न केवल उनके व्यक्तिगत साहस और उत्साह को दर्शाती है, बल्कि भारतीय वायुसेना की क्षमताओं और तकनीकी दक्षता का भी प्रतीक है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर देश की रक्षा क्षमताओं पर गर्व व्यक्त किया और भारतीय वायुसेना के प्रशिक्षण और प्रौद्योगिकी स्तर की सराहना की।
अंबाला वायुसेना स्टेशन पर आयोजित इस कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का स्वागत वायुसेना अधिकारियों और अधिकारियों के उच्चतम सम्मान के साथ किया गया। राफेल लड़ाकू विमान की उड़ान के दौरान उन्होंने विमान की विशेषताओं, अत्याधुनिक तकनीकी उपकरणों और आधुनिक हथियार प्रणालियों का अवलोकन किया। यह अनुभव दर्शाता है कि भारतीय वायुसेना न केवल रक्षा के क्षेत्र में सक्षम है बल्कि तकनीकी नवाचारों और प्रशिक्षण के मामले में भी विश्व स्तर पर अग्रणी है।
राष्ट्रपति ने उड़ान से पहले कहा कि यह अनुभव उनके लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने बताया कि राफेल विमान में उड़ान भरना उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय वायुसेना की कुशलता, साहस और आधुनिक उपकरणों की मौजूदगी देशवासियों के लिए आत्मविश्वास और सुरक्षा की भावना बढ़ाती है।
राफेल लड़ाकू विमान की उड़ान के दौरान राष्ट्रपति ने पायलट और अन्य वायुसेना अधिकारियों के साथ संवाद किया। उन्होंने पायलटों के प्रशिक्षण और उनकी तत्परता की प्रशंसा की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा केवल तकनीकी उपकरणों पर निर्भर नहीं है, बल्कि उसे प्रशिक्षित और समर्पित कर्मियों के साहस और दक्षता से भी मजबूती मिलती है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भारतीय वायुसेना के उन सदस्यों की भी सराहना की जिन्होंने देश की सीमाओं की सुरक्षा में दिन-रात योगदान दिया है।
राफेल विमान में उड़ान भरने के बाद राष्ट्रपति ने कहा कि यह अनुभव न केवल रोमांचक था, बल्कि उन्होंने भारतीय वायुसेना की ताकत और क्षमता का जीवंत अनुभव किया। उन्होंने देशवासियों को आश्वस्त किया कि भारतीय वायुसेना हर स्थिति में सक्षम और तैयार है। राष्ट्रपति ने विशेष रूप से यह भी कहा कि यह अनुभव उनके लिए गर्व का विषय है कि वे सीधे तौर पर वायुसेना की आधुनिक क्षमताओं और उनकी भूमिका को महसूस कर सकीं।
भारतीय वायुसेना की राफेल उड़ान में तकनीकी दक्षता और आधुनिक हथियार प्रणालियों का प्रदर्शन इस बात का प्रतीक है कि भारत अपने रक्षा तंत्र को लगातार मजबूत कर रहा है। राष्ट्रपति का यह अनुभव युवा पीढ़ी के लिए भी प्रेरणास्पद है, जो देश की सुरक्षा और राष्ट्रभक्ति की भावना से प्रेरित होकर देश की सेवा करना चाहती है।
इस अवसर पर वायुसेना प्रमुख और वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। उन्होंने राष्ट्रपति को विमान की तकनीकी विशेषताओं और मिशन की तैयारी के बारे में जानकारी दी। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि देश की सुरक्षा और रक्षा के क्षेत्र में भारतीय वायुसेना का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आधुनिक उपकरणों और कुशल कर्मियों के संयोजन से ही राष्ट्र की रक्षा मजबूत होती है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की इस राफेल उड़ान ने देशवासियों में गर्व और आत्मविश्वास की भावना पैदा की है। यह साबित करता है कि भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को निरंतर उन्नत कर रहा है और भारतीय वायुसेना पूरी तरह से आधुनिक और सक्षम है। राष्ट्रपति ने इस अवसर पर कहा कि देश की सुरक्षा में योगदान देने वाले सभी कर्मियों का सम्मान और सराहना किया जाना चाहिए।
इस तरह, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की राफेल उड़ान न केवल उनके साहस और उत्साह को दर्शाती है, बल्कि यह भारतीय वायुसेना की आधुनिक क्षमताओं, तकनीकी दक्षता और देश की रक्षा शक्ति पर गर्व व्यक्त करने का अवसर भी है। इस अनुभव ने यह संदेश दिया कि भारत हर स्थिति में अपने नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तैयार है और भारतीय वायुसेना इसके सबसे मजबूत स्तंभों में से एक है।








