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भारतीय क्रिकेट टीम का मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर 17 साल से चला आ रहा विजय क्रम आखिरकार टूट गया। शुक्रवार को खेले गए पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 4 विकेट से हराते हुए तीन मैचों की सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली। यह मैच कई मायनों में रोमांचक और उतार-चढ़ाव भरा रहा, लेकिन अंत में मेजबान टीम ने अपनी ठोस बल्लेबाजी और संतुलित गेंदबाजी से जीत दर्ज की।
भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 168 रन बनाए। कप्तान सूर्यकुमार यादव ने शानदार 52 रन की पारी खेली, जबकि शुभमन गिल ने 34 रन जोड़े। हालांकि शुरुआती झटकों के बाद टीम ने अच्छा संघर्ष किया, लेकिन मध्यक्रम में लय बरकरार नहीं रख सका। ऑस्ट्रेलिया की ओर से एडम ज़म्पा और पैट कमिंस ने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए भारतीय बल्लेबाजों पर अंकुश लगाया।
ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत भी कमजोर रही। ओपनर डेविड वॉर्नर और ट्रैविस हेड जल्दी आउट हो गए। भारत की ओर से अर्शदीप सिंह और मोहम्मद सिराज ने नई गेंद से सटीक लाइन-लेंथ पर गेंदबाजी की। लेकिन इसके बाद ग्लेन मैक्सवेल और मार्कस स्टॉइनिस ने शानदार साझेदारी कर मैच को कंगारू टीम की ओर मोड़ दिया।
मैक्सवेल ने 36 गेंदों में 62 रन की विस्फोटक पारी खेली, जिसमें 5 चौके और 4 छक्के शामिल थे। वहीं स्टॉइनिस ने 28 गेंदों में 40 रन बनाकर टीम को जीत की दहलीज तक पहुंचाया। आखिरी ओवर में जब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 9 रन चाहिए थे, तब टिम डेविड ने एक छक्का और चौका लगाकर मैच खत्म कर दिया।
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने न सिर्फ सीरीज में बढ़त बनाई बल्कि मेलबर्न में भारत के खिलाफ 17 साल बाद जीत दर्ज की। पिछली बार भारत को MCG में ऑस्ट्रेलिया के हाथों टी20 में हार 2008 में मिली थी। उसके बाद से टीम इंडिया ने यहां लगातार जीत हासिल की थी।
मैच के बाद कप्तान सूर्यकुमार यादव ने कहा,
“हमने बीच के ओवरों में कुछ गलतियां कीं, जिनका फायदा विपक्षी टीम ने उठाया। हमारी बल्लेबाजी अच्छी शुरुआत के बाद धीमी पड़ गई। हमें अगला मैच जीतने के लिए ज्यादा आक्रामक और योजनाबद्ध होकर उतरना होगा।”
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मिचेल मार्श ने टीम के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा,
“हम जानते थे कि मेलबर्न में स्कोर का पीछा करना चुनौतीपूर्ण होगा, लेकिन खिलाड़ियों ने बेहतरीन संयम दिखाया। मैक्सवेल और स्टॉइनिस की साझेदारी मैच का टर्निंग पॉइंट रही।”
भारतीय गेंदबाजों में अर्शदीप सिंह और रवि बिश्नोई ने प्रभावशाली गेंदबाजी की। अर्शदीप ने दो विकेट लिए, जबकि बिश्नोई ने अपने स्पेल में सिर्फ 25 रन दिए। हालांकि, डेथ ओवर्स में भारतीय गेंदबाजों की लाइन बिगड़ी और वहीं मैच हाथ से फिसल गया।
मैच के दौरान भारतीय फील्डिंग भी चिंता का विषय रही। दो आसान कैच छूटे, जिनमें से एक ग्लेन मैक्सवेल का था। उस समय वह 12 रन पर खेल रहे थे और बाद में उन्होंने मैच जिताने वाली पारी खेली।
भारत की हार के बावजूद मेलबर्न का यह मुकाबला दर्शकों के लिए बेहद मनोरंजक रहा। स्टेडियम में करीब 80,000 दर्शक मौजूद थे जिन्होंने दोनों टीमों के शानदार प्रदर्शन का आनंद लिया।
इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने अपनी टी20 विश्व कप 2026 की तैयारी को मजबूत संदेश दिया है। वहीं, भारत के लिए यह मैच चेतावनी है कि उसे आने वाले मुकाबलों में अपने मिडिल ऑर्डर और डेथ बॉलिंग पर गंभीरता से काम करना होगा।
सीरीज का अगला मुकाबला अब 2 नवंबर को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में खेला जाएगा। भारत के लिए यह “करो या मरो” जैसा मैच होगा क्योंकि हारने पर सीरीज उसके हाथ से निकल जाएगी।
मेलबर्न में टीम इंडिया की हार ने एक लंबे दौर का अंत कर दिया, लेकिन यह भी साफ कर दिया कि क्रिकेट में कोई भी टीम अजेय नहीं होती। अब देखना यह होगा कि सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में भारतीय टीम इस हार से कैसे उबरती है और अगला मुकाबला जीतकर सीरीज में वापसी करती है या नहीं।

 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		






