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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। महिला विश्व कप 2025 के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को 5 विकेट से हराकर न केवल फाइनल में जगह बनाई, बल्कि इस मैच में कई ऐसे रिकॉर्ड तोड़ दिए जो क्रिकेट इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गए। यह जीत सिर्फ एक मैच नहीं थी, बल्कि भारतीय महिला क्रिकेट के आत्मविश्वास, दमखम और नई सोच की मिसाल बन गई।
ऑस्ट्रेलिया जैसी दिग्गज टीम के खिलाफ इस जीत में टीम इंडिया की बल्लेबाजों ने छक्कों की बरसात की, गेंदबाजों ने सटीक लाइन-लेंथ से विरोधी टीम की कमर तोड़ दी और फील्डिंग ने सभी को हैरान कर दिया। इस मैच में भारत ने वो कर दिखाया, जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी — 339 रनों का पीछा करते हुए जीत हासिल करना, जो महिला विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा सफल रन चेज बन गया।
छक्कों की बरसात ने बनाया नया रिकॉर्ड
भारतीय बल्लेबाजों ने इस मैच में कुल 17 छक्के जड़े, जो महिला वनडे इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों पर कहर ढा दिया। मंधाना ने 92 गेंदों पर 118 रन बनाए, जिसमें 9 चौके और 6 छक्के शामिल थे। वहीं शेफाली वर्मा ने 63 रन की तेज पारी खेलते हुए तीन शानदार छक्के लगाए।
यह प्रदर्शन साबित करता है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम अब किसी भी स्थिति में रन बनाने में सक्षम है — चाहे सामने विश्व चैंपियन ही क्यों न हो।
सबसे बड़ा रन चेज — एक नया इतिहास
339 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने इसे 49वें ओवर में हासिल कर लिया। यह महिला विश्व कप इतिहास का सबसे बड़ा सफल रन चेज बन गया है।
इससे पहले तक 2022 में इंग्लैंड ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 281 रनों का पीछा कर जीत दर्ज की थी, लेकिन भारतीय टीम ने उसे 58 रनों से पीछे छोड़ दिया।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने इस जीत में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने 86 रन की कप्तानी पारी खेली और टीम को संकट से निकालते हुए मैच जिताने तक मैदान पर डटी रहीं।
टीम इंडिया के पांच बड़े रिकॉर्ड
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सबसे बड़ा सफल रन चेज (339 रन) — महिला विश्व कप इतिहास में। 
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एक पारी में सबसे ज्यादा छक्के (17) — भारतीय महिला टीम की ओर से। 
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ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत की सबसे बड़ी जीत (5 विकेट से)। 
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तीन बल्लेबाजों के शतक पार पारियों का नया रिकॉर्ड — मंधाना (118), हरमनप्रीत (86), और ऋचा घोष (52*)। 
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फाइनल में लगातार तीसरी बार पहुंचने वाली टीम — भारत महिला क्रिकेट टीम। 
ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ टूटा
ऑस्ट्रेलिया महिला टीम पिछले 11 विश्व कप मैचों से लगातार जीत दर्ज कर रही थी। लेकिन भारतीय महिलाओं ने उनके इस विजय अभियान पर ब्रेक लगा दिया।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एलिसा हीली ने कहा,
“भारतीय टीम अब पूरी तरह से नई सोच और आक्रामक रवैये के साथ खेल रही है। हमें उनके खिलाफ रणनीति दोबारा बनानी होगी।”
स्टेडियम में गूंजा “भारत माता की जय”
मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेले गए इस मुकाबले में 40 हजार से ज्यादा दर्शक मौजूद थे। हर चौके-छक्के पर गूंजते नारों ने स्टेडियम को नीले रंग में रंग दिया।
यह पहली बार हुआ जब किसी महिला मैच में इतनी बड़ी संख्या में दर्शक मौजूद थे। बीसीसीआई ने भी इसे महिला क्रिकेट के लिए “ऐतिहासिक क्षण” बताया।
प्रधानमंत्री मोदी और क्रिकेट दिग्गजों ने दी बधाई
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय महिला टीम की ऐतिहासिक जीत पर बधाई देते हुए लिखा,
“हमारी बेटियों ने एक बार फिर भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया है। ये सिर्फ एक जीत नहीं, बल्कि भारतीय नारी शक्ति का प्रतीक है।”
सचिन तेंदुलकर, हरभजन सिंह, रोहित शर्मा और युवराज सिंह जैसे क्रिकेट दिग्गजों ने भी ट्वीट कर टीम की सराहना की। युवराज ने लिखा,
“यह जीत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगी। भारतीय शेरनियों ने इतिहास रच दिया है।”
अब नजर फाइनल पर
अब भारतीय टीम की निगाहें फाइनल मुकाबले पर हैं, जहां उनका सामना इंग्लैंड या दक्षिण अफ्रीका में से किसी एक टीम से होगा। टीम इंडिया ने इस प्रदर्शन से साफ कर दिया है कि वह किसी भी टीम को मात देने में सक्षम है।
भारत की यह जीत केवल एक मैच की जीत नहीं थी, बल्कि महिला क्रिकेट के नए युग की शुरुआत थी — जहां “शेरनियों की दहाड़” अब हर मैदान में गूंजेगी।

 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		 
		






