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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन इस हार के बाद चर्चा मैच से ज्यादा टीम चयन को लेकर हो रही है। भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने इस मैच में तेज गेंदबाज अर्षदीप सिंह को बाहर कर हर्षित राणा को मौका दिया। हालांकि हर्षित ने बल्लेबाजी में कुछ रन बनाए, लेकिन उनकी गेंदबाजी और टीम के प्रदर्शन को लेकर फैंस ने कोच गंभीर पर गुस्सा जाहिर किया। सोशल मीडिया पर अब गौतम गंभीर को जमकर ट्रोल किया जा रहा है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस मुकाबले में भारत की शुरुआत अच्छी नहीं रही। टॉप ऑर्डर के जल्दी आउट होने के बाद टीम मिडिल ऑर्डर पर निर्भर रह गई। हर्षित राणा को इस मैच में निचले क्रम पर बल्लेबाजी का मौका मिला, जहां उन्होंने सीमित गेंदों पर कुछ रन जरूर बनाए, लेकिन टीम को जीत दिलाने में नाकाम रहे। वहीं, गेंदबाजी में भी हर्षित खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। इसी कारण फैंस ने सवाल उठाया कि आखिरकार फॉर्म में चल रहे अर्षदीप सिंह को बाहर क्यों किया गया।
फैंस का कहना है कि गौतम गंभीर ने अपनी रणनीति में गलत फैसला लिया। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर “#GautamGambhir” और “#ArshdeepSingh” ट्रेंड करने लगे। कई यूजर्स ने लिखा कि अगर अर्षदीप जैसे अनुभवी गेंदबाज को शामिल किया जाता, तो मैच का परिणाम कुछ और हो सकता था। कुछ ने तो यह तक कह दिया कि गंभीर अपनी पसंदीदा खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने के लिए टीम चयन में पक्षपात कर रहे हैं।
हालांकि कोच गौतम गंभीर ने मैच के बाद कहा कि टीम में नए खिलाड़ियों को मौका देना जरूरी है ताकि बेंच स्ट्रेंथ मजबूत हो सके। उन्होंने कहा कि हर्षित राणा एक प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं और उन्हें अंतरराष्ट्रीय अनुभव देने के पीछे उद्देश्य भविष्य के लिए तैयार करना था। गंभीर ने यह भी जोड़ा कि हर खिलाड़ी को समय और अवसर देना जरूरी है, क्योंकि निरंतर बदलाव से ही टीम को स्थायित्व मिलता है।
फिर भी फैंस का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। कई लोगों ने मैच के बाद मीम्स और व्यंग्यात्मक पोस्ट्स साझा करते हुए कहा कि “गंभीर ने टीम के साथ मजाक कर दिया।” वहीं, कुछ फैंस ने हर्षित राणा के बचाव में कहा कि उन्हें दोष देना गलत होगा क्योंकि वह अभी शुरुआती चरण में हैं और ऐसे अनुभव से सीखना उनके लिए फायदेमंद साबित होगा।
क्रिकेट विशेषज्ञों ने भी इस फैसले पर अपनी राय दी है। पूर्व क्रिकेटर और विश्लेषक संजय मांजरेकर ने कहा कि चयन को लेकर आलोचना स्वाभाविक है, लेकिन टीम मैनेजमेंट के पास अपनी योजना होती है। वहीं, आकाश चोपड़ा ने अपने पॉडकास्ट में कहा कि अर्षदीप सिंह को आराम देना संभवतः एक रणनीतिक कदम था, क्योंकि आने वाले मैचों में उनकी भूमिका अहम हो सकती है।
दूसरी ओर, हर्षित राणा ने मैच के बाद कहा कि उन्हें अपनी गलतियों से सीखना है और टीम के भरोसे पर खरा उतरना है। उन्होंने कहा, “मैंने पूरी कोशिश की, लेकिन टीम के लिए जीत नहीं दिला सका। आने वाले मैचों में बेहतर प्रदर्शन कर टीम को मजबूत स्थिति में लाने की कोशिश करूंगा।”
भारत की इस हार से टी20 सीरीज अब और रोमांचक हो गई है। अब तीसरा मुकाबला निर्णायक साबित हो सकता है, जहां टीम मैनेजमेंट पर यह दबाव रहेगा कि क्या अर्षदीप सिंह को वापसी का मौका मिलेगा या फिर हर्षित राणा को दोबारा भरोसा जताया जाएगा।
टीम इंडिया की हार के बाद फैंस का गुस्सा भले ही कोच गंभीर पर फूटा हो, लेकिन इस बहस ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या युवा खिलाड़ियों को मौका देने के लिए अनुभव का त्याग सही रणनीति है। क्रिकेट प्रेमियों की निगाहें अब अगले मुकाबले पर टिकी हैं, जहां टीम के चयन से लेकर प्रदर्शन तक सब कुछ आलोचना के घेरे में रहेगा।








