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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने 2 नवंबर 2025 को पूरे देश का सिर गर्व से ऊँचा कर दिया। नवी मुंबई के DY पाटिल स्टेडियम में खेले गए रोमांचक फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला ICC Women’s World Cup 2025 खिताब जीत लिया। इस ऐतिहासिक जीत के साथ भारत ने उस सपने को साकार किया, जिसकी प्रतीक्षा क्रिकेट प्रेमी पिछले कई दशकों से कर रहे थे।
टीम इंडिया की यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी तक सीमित नहीं रही, बल्कि यह उस संघर्ष, आत्मविश्वास और जुनून की कहानी है जिसने महिला क्रिकेट को एक नया मुकाम दिया है।
कप्तान हरमनप्रीत कौर ने पूरे टूर्नामेंट में अपनी रणनीति और नेतृत्व क्षमता से सबका दिल जीत लिया। फाइनल में उन्होंने 45 रनों की अहम पारी खेली और गेंदबाजों को सही दिशा में मोड़कर टीम को जीत की राह पर आगे बढ़ाया। हरमनप्रीत ने मैच के बाद कहा —
“यह सिर्फ मेरी टीम की नहीं, बल्कि पूरे भारत की जीत है। हर खिलाड़ी ने दिल से खेला और इस पल को हासिल करने के लिए सबने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया।”
भारत की युवा सनसनी शफाली वर्मा ने 87 रनों की शानदार पारी खेली और एक बार फिर साबित किया कि वह बड़े मैचों की खिलाड़ी हैं। वहीं दीप्ति शर्मा ने एक बार फिर ऑलराउंड प्रदर्शन करते हुए बल्ले से 58 रन बनाए और गेंद से पांच विकेट झटके। उनके हर विकेट के साथ स्टेडियम ‘भारत माता की जय’ के नारों से गूंज उठा।
दीप्ति को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ और ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट’ दोनों पुरस्कारों से नवाज़ा गया।
इस जीत के बाद भारत की पूर्व कप्तान और महिला क्रिकेट की सबसे बड़ी आइकन मिथाली राज ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा —
“आज मेरा सपना पूरा हुआ। यह जीत उन सभी लड़कियों के नाम है जिन्होंने कभी क्रिकेट बैट उठाने से पहले संकोच किया था। अब वे जानें कि भारत में महिला क्रिकेट का भविष्य सुरक्षित और गौरवशाली है।”
मिथाली के इस संदेश ने लाखों भारतीय फैंस की आंखें नम कर दीं। कई लोगों ने कहा कि यह जीत मिथाली जैसी दिग्गज खिलाड़ियों की मेहनत और नींव का परिणाम है।
इस ऐतिहासिक जीत के बाद पूरे भारत में जश्न का माहौल रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर टीम को बधाई दी और लिखा —
“आपने इतिहास रच दिया! आपकी मेहनत, एकता और दृढ़ता ने करोड़ों भारतीयों का दिल जीत लिया।”
बीसीसीआई ने टीम इंडिया की इस उपलब्धि पर ₹51 करोड़ के इनाम की घोषणा की। वहीं मुंबई, दिल्ली, चेन्नई और कोलकाता में महिला खिलाड़ियों के सम्मान में विजय रैलियां निकाली गईं।
भारत ने महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में तीसरी बार जगह बनाई थी — इससे पहले 2005 और 2017 में वह खिताब जीतने से चूक गया था। लेकिन इस बार टीम इंडिया ने उस अधूरे सपने को पूरा कर दिया।
यह जीत सिर्फ खिलाड़ियों की नहीं, बल्कि उन सभी महिलाओं की भी है जो अपने सपनों के लिए समाज की रुकावटों से लड़ रही हैं। महिला क्रिकेट के इस स्वर्णिम पल ने आने वाली पीढ़ियों के लिए नए दरवाज़े खोल दिए हैं।
टीम इंडिया की यह ऐतिहासिक जीत भारतीय खेल इतिहास में सुनहरे अक्षरों में दर्ज हो गई है। मिथाली राज, हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा और शफाली वर्मा जैसी खिलाड़ियों ने दिखा दिया कि अब महिला क्रिकेट किसी भी मायने में पुरुष क्रिकेट से कम नहीं। यह जीत सिर्फ मैदान पर नहीं, बल्कि हर भारतीय दिल में दर्ज हो चुकी है — भारत अब महिला क्रिकेट की विश्व चैंपियन है!

		
		
		
		
		
		
		
		
		






