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वाराणसी एयरपोर्ट पर मंगलवार को आकासा एयर की एक फ्लाइट में एक चिंताजनक घटना सामने आई। विमान वाराणसी से मुंबई के लिए उड़ान भरने वाला था, जब टेकऑफ से ठीक पहले एक यात्री ने इमरजेंसी गेट खोलने की कोशिश शुरू कर दी। घटना को देखकर यात्रियों में खलबली मच गई और विमान की सुरक्षा व्यवस्था तत्काल सक्रिय हो गई।
सूत्रों के अनुसार, इस यात्री को तुरंत हिरासत में लिया गया। पूछताछ में उसने बताया कि उसने यह कदम केवल जिज्ञासावश उठाया। हालांकि, विमान में यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए सुरक्षा अधिकारी इसे गंभीर मामला मान रहे हैं।
वाराणसी एयरपोर्ट की सुरक्षा टीम और एयरलाइन स्टाफ ने तुरंत हस्तक्षेप किया और यात्री को फ्लाइट से अलग किया। विमान की सभी प्रक्रियाएं रोकी गईं और टेकऑफ में देरी हुई। यात्रियों को अलग से जानकारी दी गई कि उनकी सुरक्षा के लिए यह कदम आवश्यक था।
आधिकारिक बयान में कहा गया कि “इमरजेंसी गेट खोलने का कोई भी प्रयास गंभीर सुरक्षा उल्लंघन माना जाता है। ऐसे मामलों में यात्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाती है और उसे हिरासत में लिया जाता है।”
यात्री ने पूछताछ में दावा किया कि वह केवल जिज्ञासा के कारण ऐसा कर रहा था और उसे किसी तरह की हिंसक इरादा नहीं था। हालांकि, सुरक्षा बलों ने इसे पर्याप्त नहीं माना और उसे हिरासत में लेकर मामला दर्ज किया। पुलिस ने एयरलाइन और एयरपोर्ट अधिकारियों के सहयोग से जांच शुरू कर दी है।
इस घटना के चलते विमान का संचालन थोड़ी देर के लिए रोका गया और यात्रियों को बार-बार सूचना दी गई। यात्रियों में डर और चिंता की स्थिति बनी रही, लेकिन एयरपोर्ट और एयरलाइन के सुरक्षा कदमों ने स्थिति को नियंत्रित किया। एयरलाइन के प्रवक्ता ने कहा कि यात्री की हरकत के कारण कोई भी यात्री घायल नहीं हुआ और विमान को बाद में सुरक्षित रूप से मुंबई के लिए रवाना किया गया।
एयर ट्रैफिक और विमान सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इमरजेंसी गेट खोलने जैसी हरकतें विमान संचालन के लिए बेहद खतरनाक होती हैं। ऐसे मामले न केवल यात्रियों की सुरक्षा को खतरे में डालते हैं, बल्कि हवाई यात्रा की विश्वसनीयता को भी प्रभावित करते हैं। विशेषज्ञों ने सुझाव दिया कि ऐसे मामलों में तुरंत सुरक्षा एजेंसियों को सूचित करना चाहिए और यात्रियों को सख्त चेतावनी दी जानी चाहिए।








