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महाराष्ट्र सरकार ने राज्य पुलिस के नेतृत्व को मजबूत बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। एनआईए के महानिदेशक सदानंद दाते को राज्य का नया पुलिस महानिदेशक (DGP) बनाने की तैयारी तेज कर दी गई है। इस संबंध में फडणवीस सरकार ने केंद्र सरकार को औपचारिक प्रस्ताव भेजा है।
वर्तमान में महाराष्ट्र की पुलिस प्रमुख रश्मि शुक्ला 31 दिसंबर को सेवानिवृत्त होने वाली हैं। उनके सेवानिवृत्ति के बाद अगले दो वर्षों के लिए पूर्णकालिक डीजीपी की नियुक्ति की जाएगी। सदानंद दाते के नाम पर सहमति बनने के बाद राज्य पुलिस का नेतृत्व नई दिशा में जाएगा और सुरक्षा तथा कानून व्यवस्था के मामलों में उनकी विशेषज्ञता का लाभ मिलेगा।
सदानंद दाते का नाम लंबे समय से पुलिस और सुरक्षा विशेषज्ञों के बीच चर्चा में रहा है। उन्होंने एनआईए के प्रमुख के रूप में कई महत्वपूर्ण मामलों में सफलता हासिल की है और उनकी कार्यशैली में अनुशासन, रणनीति और कानून व्यवस्था में उत्कृष्टता की छवि बनी है। महाराष्ट्र सरकार का मानना है कि उनके नेतृत्व में राज्य पुलिस की कार्यकुशलता और सुरक्षा तंत्र को नई मजबूती मिलेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि दाते की नियुक्ति से महाराष्ट्र में अपराध नियंत्रण, आतंकवाद और संगठित अपराधों के मामलों में तेजी से कार्रवाई संभव हो सकेगी। उनका अनुभव राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों में भी व्यापक है, जिससे राज्य और केंद्र के बीच तालमेल और बेहतर होगा।
फडणवीस सरकार ने पहले भी सुरक्षा और पुलिस प्रशासन में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं। इस प्रस्ताव के साथ ही सरकार ने संकेत दिया है कि वह अगले डीजीपी की नियुक्ति में अनुभव और दक्षता को प्राथमिकता दे रही है। सरकारी सूत्रों के अनुसार, प्रस्ताव को केंद्र सरकार की मंजूरी मिलने के बाद सदानंद दाते अगले डीजीपी के रूप में पदभार संभालेंगे।
महाराष्ट्र में पुलिस प्रमुख की नियुक्ति का यह निर्णय न केवल प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। विशेषज्ञ मानते हैं कि नए डीजीपी के नेतृत्व में पुलिस प्रशासन में तेजी से सुधार और आधुनिक तकनीकों के उपयोग की संभावना बढ़ जाएगी।
सदानंद दाते की कार्यशैली और अनुभव को देखते हुए, यह उम्मीद जताई जा रही है कि उनका नेतृत्व महाराष्ट्र पुलिस के लिए नई दिशा और नई रणनीतियों के साथ एक मजबूत भविष्य सुनिश्चित करेगा। उनके नाम पर सहमति बनने के साथ ही राज्य पुलिस की छवि और जनता का विश्वास भी मजबूत होगा।
इस निर्णय के बाद राज्य में कानून व्यवस्था, अपराध नियंत्रण और सुरक्षा मामलों में व्यापक सुधार की उम्मीद है। पुलिस और प्रशासनिक विशेषज्ञों का मानना है कि सदानंद दाते की नियुक्ति से महाराष्ट्र में सुरक्षा तंत्र और अपराध रोकथाम के उपाय और भी प्रभावी होंगे।








