




दिल्ली और मुंबई में बारिश का कहर
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने गुरुवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि देश के कई हिस्सों में अगले 48 घंटों के दौरान भारी से अति भारी बारिश हो सकती है। इसमें दिल्ली, मुंबई, महाराष्ट्र के कोकण क्षेत्र, उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और झारखंड शामिल हैं।
दिल्ली में बीते 24 घंटों के दौरान हुई झमाझम बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन इससे ट्रैफिक जाम और जलभराव की समस्या गंभीर रूप ले चुकी है। वहीं मुंबई और ठाणे में लगातार हो रही बारिश से स्थानीय प्रशासन को अलर्ट पर रहना पड़ रहा है।
मुंबई में हाई टाइड और भारी जलभराव
मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने जानकारी दी है कि शुक्रवार को समुद्र में हाई टाइड की संभावना है। ऐसे में समुद्र तटों और निचले इलाकों में जाने से बचने की सलाह दी गई है। कई सड़कों पर पानी भर जाने के कारण वाहनों की लंबी कतारें लग गईं।
रेलवे और लोकल ट्रेन सेवा भी प्रभावित हुई है। मुंबई के दादर, कुर्ला और चेंबूर जैसे इलाकों में जलभराव की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं।
दिल्ली में बारिश से राहत और मुश्किलें
दिल्ली में बारिश ने जहां लोगों को उमस भरी गर्मी से राहत दी है, वहीं कई इलाकों में जलभराव से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
आईटीओ, मिंटो रोड, गुरुग्राम और नोएडा लिंक रोड पर वाहनों की रफ्तार थम गई। दिल्ली यातायात पुलिस ने लोगों से सावधानी बरतने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है।
उत्तर भारत में भी अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश और बिहार में भी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वाराणसी, लखनऊ, गोरखपुर और पटना में अगले 24 घंटों में तेज बारिश की संभावना है।
गंगा और उसकी सहायक नदियों का जलस्तर बढ़ने के कारण कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। प्रशासन ने राहत और बचाव दलों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं।
मध्य और पूर्वी भारत में असर
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी मॉनसून की सक्रियता तेज हो गई है। भोपाल, इंदौर और रायपुर में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। झारखंड में कोयल और दामोदर नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
मौसम वैज्ञानिकों की चेतावनी
IMD के वैज्ञानिकों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में बने लो-प्रेशर एरिया और अरब सागर की नमी के कारण अगले 4-5 दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रह सकता है।
विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि तटीय और पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन (Landslide) और जलभराव जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
प्रशासन की तैयारी
दिल्ली, मुंबई और अन्य प्रभावित शहरों में स्थानीय प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दलों को तैयार रहने का आदेश दिया है। नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की टीमें भी तैनात की गई हैं।
स्कूलों में छुट्टियां घोषित की जा सकती हैं और रेलवे विभाग ने कई ट्रेनों को रद्द या डायवर्ट करने का फैसला लिया है।
आम जनता से अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे निचले इलाकों में न जाएं, अनावश्यक यात्रा से बचें और मौसम विभाग की अपडेटेड रिपोर्ट पर नजर रखें।
साथ ही बिजली उपकरणों और मोबाइल चार्जिंग के दौरान सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
दिल्ली और मुंबई समेत देश के कई हिस्सों में बारिश ने राहत और आफत दोनों दी हैं। जहां तापमान में गिरावट से लोगों को सुकून मिला है, वहीं जलभराव, ट्रैफिक जाम और बाढ़ का खतरा एक बड़ी चुनौती बन गया है।