




सुरक्षा एजेंसियों ने हाल ही में शुरू किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” के दौरान एक बड़ा खुलासा किया है। सेना ने बताया कि जासूसी और डेटा लीक के खतरे को देखते हुए सैनिकों ने इस मिशन में व्हाट्सएप (WhatsApp) की जगह ‘संभव’ (Sambhav) ऐप का इस्तेमाल किया।
सूत्रों के अनुसार, संभव ऐप को विशेष रूप से भारतीय सुरक्षा मानकों को ध्यान में रखते हुए विकसित किया गया है। इसमें एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन के साथ-साथ अतिरिक्त सुरक्षा परतें जोड़ी गई हैं, जिससे दुश्मन देशों की जासूसी गतिविधियों को रोका जा सके।
ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य संवेदनशील क्षेत्रों में सैनिकों की कम्युनिकेशन सिक्योरिटी को और मजबूत बनाना था। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर बढ़ते साइबर खतरे को देखते हुए यह कदम उठाया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह पहल भारत की डिजिटल आत्मनिर्भरता और साइबर सुरक्षा की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे भविष्य में रक्षा संचार को और भी सुरक्षित बनाने में मदद मिलेगी।