




मुंबई में गणेशोत्सव के दौरान लालबागचा राजा मंडल द्वारा आयोजित वार्षिक सोने की नीलामी ने इस साल भी सभी को चौंका दिया। भक्तों द्वारा चढ़ाए गए सोने और अन्य आभूषणों की नीलामी में कुल 1.6 करोड़ रुपये की कमाई हुई। मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि यह राशि पूरी तरह से सामाजिक और धार्मिक कार्यों के लिए उपयोग की जाएगी।
लालबागचा राजा मंडल की नीलामी में भक्तों द्वारा चढ़ाए गए सोने के हार, अंगूठियां, चेन और अन्य आभूषण शामिल थे।
नीलामी की प्रक्रिया इस प्रकार थी:
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सभी सोने और आभूषण मंडल द्वारा सूचीबद्ध किए गए।
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नीलामी ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों माध्यमों से आयोजित की गई।
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उच्चतम बोली लगाने वाले व्यक्तियों ने सोने के वस्त्र और आभूषण खरीदे।
मंडल के सचिव ने बताया कि इस वर्ष नीलामी का आयोजन सुरक्षित और पारदर्शी तरीके से किया गया।
भक्तों का उत्साह इस नीलामी में स्पष्ट रूप से देखा गया। लोगों ने अपने प्रिय गणेश प्रतिमा के लिए सोने की भेंट दी और नीलामी में भाग लिया। मंडल के अधिकारियों के अनुसार, भक्तों की आस्था और सहयोग इस वार्षिक नीलामी की सफलता का प्रमुख कारण है।
लालबागचा राजा मंडल ने बताया कि नीलामी से प्राप्त कुल राशि 1.6 करोड़ रुपये का उपयोग निम्नलिखित उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। मंदिर और मंडल के रखरखाव में। सामाजिक कल्याण कार्यों जैसे शिक्षा और स्वास्थ्य परियोजनाओं में। धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के आयोजन में। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल धार्मिक आस्था और सामाजिक विकास को जोड़ने का उदाहरण है।
लालबागचा राजा मंडल का गणेशोत्सव मुंबई के लिए एक प्रमुख सांस्कृतिक और धार्मिक आकर्षण है। प्रत्येक वर्ष लाखों भक्त यहां दर्शन और पूजा के लिए आते हैं। मंडल की नीलामी न केवल धार्मिक गतिविधि है, बल्कि मुंबई की अर्थव्यवस्था और स्थानीय व्यापार के लिए भी लाभकारी साबित होती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि लालबागचा राजा मंडल की वार्षिक नीलामी भक्तों की आस्था को आर्थिक मूल्य में बदलने का तरीका है। मंदिर और धार्मिक संस्थाओं की आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करती है। स्थानीय ज्वैलर्स और व्यापारियों के लिए अवसर प्रदान करती है।
इस तरह की नीलामी से धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक हितों का संतुलन स्थापित होता है।
लालबागचा राजा मंडल अगले वर्ष की नीलामी के लिए पहले से तैयारी शुरू कर चुका है। मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि अगले वर्ष नीलामी और अधिक पारदर्शी और डिजिटल माध्यम से आयोजित की जाएगी। भक्तों की सुविधाओं के लिए ऑनलाइन बोली की प्रणाली और अधिक मजबूत होगी। मंडल ने यह भी आश्वासन दिया कि सभी आय का उपयोग सामाजिक और धार्मिक कार्यों में किया जाएगा, ताकि भक्तों का योगदान सीधे लाभकारी हो।
मुंबई के लालबागचा राजा मंडल की वार्षिक सोने की नीलामी इस साल भी भव्य और सफल रही। भक्तों द्वारा चढ़ाए गए सोने की नीलामी में कुल 1.6 करोड़ रुपये की कमाई हुई, जो धार्मिक और सामाजिक कार्यों में उपयोग की जाएगी।
यह पहल न केवल भक्तों की आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक विकास और धार्मिक संस्थाओं की स्थिरता को भी सुनिश्चित करती है। आने वाले वर्षों में मंडल की नीलामी और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और डिजिटल रूप से आयोजित की जाएगी।