




मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने शनिवार को किसानों से मुलाकात की और उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुना। इस दौरान उन्होंने आश्वासन दिया कि किसानों की हर समस्या का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। मुलाकात में न केवल किसानों की समस्याओं पर चर्चा हुई, बल्कि राज्य सरकार की ओर से कृषि क्षेत्र को लेकर चल रही योजनाओं की भी जानकारी साझा की गई।
🔹 किसानों से सीधा संवाद
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि प्रदेश की रीढ़ किसान हैं और उनकी खुशहाली ही राज्य की तरक्की की गारंटी है।
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किसानों ने मुलाकात के दौरान अपनी प्रमुख समस्याएं रखीं, जिनमें सिंचाई की कमी, फसलों का उचित मूल्य, खाद और बीज की उपलब्धता शामिल थीं।
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कुछ किसानों ने बिजली कटौती और फसल बीमा योजना में आ रही दिक्कतों को भी उठाया।
🔹 सीएम का आश्वासन
मोहन यादव ने किसानों को भरोसा दिलाया कि उनकी सरकार किसानों के साथ खड़ी है।
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उन्होंने कहा कि फसल बीमा क्लेम समय पर दिया जाएगा और किसानों को मुआवजे के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा।
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सिंचाई सुविधाओं को बेहतर करने और नहरों की मरम्मत का काम तेजी से किया जाएगा।
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सरकार किसानों को तकनीकी सहायता और आधुनिक कृषि उपकरण उपलब्ध कराने के लिए विशेष योजना पर काम कर रही है।
🔹 कृषि उत्पादन और समर्थन मूल्य
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कृषि उत्पादन बढ़ाने के लिए नवीन तकनीक, ड्रिप सिंचाई और जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाएगा।
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उन्होंने बताया कि राज्य सरकार केंद्र सरकार के साथ मिलकर किसानों को फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर अधिक लाभ दिलाने की दिशा में काम कर रही है।
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इसके साथ ही धान, गेहूं और सोयाबीन जैसी प्रमुख फसलों की खरीद प्रक्रिया को और पारदर्शी बनाया जाएगा।
🔹 किसान कल्याण योजनाएँ
मोहन यादव ने किसानों को याद दिलाया कि राज्य सरकार पहले से ही मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और मुफ्त बिजली योजना जैसी योजनाओं के ज़रिए किसानों को राहत दे रही है।
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उन्होंने कहा कि आने वाले बजट में कृषि क्षेत्र के लिए विशेष पैकेज की घोषणा की जाएगी।
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सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि किसान कर्ज के बोझ से दबे नहीं रहें।
🔹 किसानों की प्रतिक्रिया
किसानों ने मुख्यमंत्री की इस पहल का स्वागत किया।
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कई किसानों ने कहा कि लंबे समय बाद उन्हें मुख्यमंत्री से सीधा संवाद करने का अवसर मिला।
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उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार उनकी आवाज़ सिर्फ सुनी ही नहीं जाएगी बल्कि उस पर अमल भी होगा।
मुख्यमंत्री मोहन यादव की यह मुलाकात राजनीतिक दृष्टि से भी अहम मानी जा रही है, क्योंकि आने वाले महीनों में राज्य में पंचायत और स्थानीय निकाय चुनाव होने हैं। किसानों के मुद्दों को सीधे सुनकर मुख्यमंत्री ने यह संदेश देने की कोशिश की है कि उनकी सरकार किसानों के साथ खड़ी है।