




दुर्गा पूजा से पहले युनूस ने धकेश्वर मंदिर का दौरा किया और हिंदू समुदाय के लोगों से मुलाकात की। इस अवसर पर उन्होंने सभी धर्मों के लोगों के बराबरी के अधिकार और सुरक्षा का आश्वासन दिया।
युनूस ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम सभी एक बड़े परिवार की तरह हैं। हमारे समाज में हर धर्म के लोगों का सम्मान किया जाएगा। दुर्गा पूजा जैसे अवसरों पर हर व्यक्ति को अपनी पूजा और परंपराओं को मानने का पूरा हक है।”
युनूस ने इस दौरे का उद्देश्य साफ किया कि वे सामाजिक और धार्मिक सौहार्द बनाए रखना चाहते हैं। मंदिर प्रशासन और स्थानीय हिंदू समुदाय के साथ मुलाकात की। मंदिर की साफ-सफाई और पूजा आयोजन की तैयारियों का जायजा लिया। धार्मिक आयोजनों के दौरान सुरक्षा और व्यवस्था सुनिश्चित करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि उनके प्रयास का मकसद केवल सुरक्षा नहीं, बल्कि सभी धर्मों के बीच भाईचारा और समानता बनाए रखना है।
धकेश्वर मंदिर में दुर्गा पूजा की तैयारियां तेज़ी से चल रही हैं। युनूस ने पूजा समिति के सदस्यों से मुलाकात की और सुरक्षा व्यवस्था, crowd management और कोविड-19 प्रोटोकॉल पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता हर श्रद्धालु को सुरक्षित और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करना है। मंदिर के आसपास पुलिस और स्वयंसेवकों के माध्यम से विशेष सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी।
युनूस ने हिंदू समुदाय को भरोसा दिलाया कि:
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समान अधिकार: कोई भी धार्मिक समूह भेदभाव का सामना नहीं करेगा।
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सुरक्षा: पूजा और धार्मिक अनुष्ठानों के दौरान सुरक्षा प्राथमिकता होगी।
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समाज में सौहार्द: सभी समुदाय एक-दूसरे का सम्मान करेंगे।
उनके इस आश्वासन से मंदिर और आसपास के इलाके में शांति और सकारात्मक माहौल देखने को मिला।
मंदिर के स्थानीय प्रमुखों और हिंदू समुदाय के नेताओं ने युनूस के दौरे की सराहना की। उनका कहना है कि प्रशासन और धार्मिक नेताओं के बीच सहयोग से धार्मिक आयोजनों में समस्याओं से बचा जा सकता है। पूजा समिति के अध्यक्ष ने कहा कि युनूस का दौरा सकारात्मक संकेत है और इससे श्रद्धालुओं में सुरक्षा और विश्वास की भावना बढ़ी है।
युनूस ने लोगों से अपील की कि वे धार्मिक भेदभाव और विवाद से दूर रहें। उन्होंने कहा कि हर धर्म के लोगों को अपनी परंपराओं और रीति-रिवाजों का पालन करने का हक है। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से आग्रह किया कि वे सामाजिक सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखें।
उनका कहना था: “जब हम सभी एक परिवार की तरह मिलकर रहते हैं, तभी समाज में शांति और समृद्धि आती है।”
मंदिर प्रशासन ने युनूस के दौरे के बाद सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर कई कदम उठाए हैं। पूजा स्थल और आसपास के इलाकों में CCTV कैमरे लगाए गए हैं। सुरक्षा कर्मियों और स्वयंसेवकों को विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। भीड़ प्रबंधन और पार्किंग जैसी व्यवस्थाओं के लिए सुरक्षा और ट्रैफिक कंट्रोल प्लान तैयार किया गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रशासन और समुदाय का सहयोग धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए आवश्यक है।
धकेश्वर मंदिर का यह दौरा केवल सुरक्षा का मामला नहीं, बल्कि धार्मिक सहिष्णुता और समाज में भाईचारे का प्रतीक भी है। युनूस ने यह संदेश दिया कि सभी धर्मों के लोग समान अधिकार रखते हैं। दुर्गा पूजा जैसे बड़े त्योहारों में प्रशासन और समुदाय का सहयोग सकारात्मक उदाहरण प्रस्तुत करता है। इससे समाज में धार्मिक सौहार्द और भाईचारा मजबूत होता है।
दुर्गा पूजा से पहले युनूस का धकेश्वर मंदिर दौरा और हिंदू समुदाय को समान अधिकार देने का आश्वासन सामाजिक और धार्मिक सौहार्द की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उनका संदेश स्पष्ट है: हम सभी एक बड़े परिवार की तरह हैं। हर धर्म और समुदाय के लोग समान अधिकार और सुरक्षा के हकदार हैं।