




उत्तर प्रदेश में आयोजित इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का चार दिवसीय भव्य आयोजन सफलतापूर्वक समाप्त हुआ। ग्रेटर नोएडा में आयोजित इस व्यापार मेले में 80 देशों के 500 से अधिक खरीदार और 2,200 स्टॉल्स की भागीदारी रही। इस व्यापारिक मेला पूरी तरह से व्यापार और निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने वाला साबित हुआ।
ट्रेड शो में लगभग ₹11,200 करोड़ का कारोबार होने की जानकारी आयोजकों ने साझा की। यह आंकड़ा यह दर्शाता है कि उत्तर प्रदेश न केवल राष्ट्रीय बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर व्यापार और निवेश के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनता जा रहा है। इस मेले ने छोटे, मध्यम और बड़े उद्योगों को वैश्विक बाजार से जोड़ने में अहम भूमिका निभाई।
इस मेले का मुख्य उद्देश्य विभिन्न उद्योगों के बीच संपर्क स्थापित करना और व्यापारिक सहयोग को बढ़ावा देना था। विभिन्न देशों के खरीदारों और व्यवसायियों ने उत्तर प्रदेश में उपलब्ध निवेश और उत्पादन के अवसरों को नजदीक से देखा। उन्होंने स्थानीय उद्योगों के उत्पादों और सेवाओं में रुचि दिखाई और कई अंतरराष्ट्रीय डील्स और समझौते भी हुए।
मेला चार दिनों तक आयोजित किया गया और इसमें टेक्नोलॉजी, विनिर्माण, कृषि, हस्तशिल्प और सेवा क्षेत्र के स्टॉल्स शामिल थे। प्रत्येक स्टॉल ने अपने उत्पादों और नवाचारों को पेश किया, जिससे व्यापारियों और निवेशकों के बीच उत्सुकता और चर्चा का माहौल बना।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार के ट्रेड शो व्यापारिक नेटवर्किंग और वैश्विक निवेश को प्रोत्साहित करने में मदद करते हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन को विशेष रूप से प्रोत्साहित किया और सभी आवश्यक व्यवस्थाओं का ध्यान रखा। आयोजन के दौरान सुरक्षा, लॉजिस्टिक्स और सुविधाओं का उच्च स्तर बनाए रखा गया।
इस मेले के समापन अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में राज्य और केंद्रीय मंत्रियों ने भी भाग लिया। उन्होंने व्यापारियों और निवेशकों की सराहना की और कहा कि ऐसे आयोजनों से उत्तर प्रदेश में अंतरराष्ट्रीय व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ते हैं।
इस ट्रेड शो में भाग लेने वाले अंतरराष्ट्रीय खरीदारों ने कहा कि उन्हें उत्तर प्रदेश की उद्योग और उत्पादन क्षमताओं से काफी प्रभावित किया गया। उन्होंने स्थानीय उद्योगों और हस्तशिल्प के उत्पादों में निवेश करने में रुचि दिखाई। यह व्यापार मेला स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापारियों के लिए प्लेटफॉर्म के रूप में काम आया।
इस मेले की सफलता से यह संकेत मिलता है कि उत्तर प्रदेश वैश्विक व्यापार और निवेश का एक प्रमुख केंद्र बनने की दिशा में अग्रसर है। यह मेला न केवल व्यापार के अवसरों को बढ़ाता है, बल्कि रोजगार, उत्पादन और आर्थिक विकास को भी गति देता है।
मेला में छोटे और मध्यम उद्योगों के लिए भी विशेष स्टॉल्स और प्रदर्शनियाँ आयोजित की गईं। इससे यह साबित होता है कि उत्तर प्रदेश सरकार स्थानीय उद्योगों और उद्यमियों को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने में सक्रिय है। कई स्टार्टअप और नवाचारक अपनी तकनीक और उत्पादों को वैश्विक खरीदारों के सामने पेश कर पाए।
इस आयोजन ने यह भी स्पष्ट किया कि व्यापारिक मेलों का महत्व सिर्फ बिक्री तक सीमित नहीं रहता, बल्कि यह निवेश, नेटवर्किंग और वैश्विक सहयोग के नए अवसरों को जन्म देता है। ग्रेटर नोएडा में आयोजित यह मेले ने उद्योग जगत में उत्तर प्रदेश की स्थिति को और मजबूत किया।
अंततः कहा जा सकता है कि उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 न केवल आर्थिक दृष्टि से सफल रहा, बल्कि यह राज्य के वैश्विक व्यापारिक महत्व को भी उजागर करने वाला आयोजन साबित हुआ। लगभग ₹11,200 करोड़ के कारोबार और 80 देशों की भागीदारी ने इसे एक ऐतिहासिक मेला बना दिया। आने वाले वर्षों में इस तरह के आयोजन उत्तर प्रदेश को वैश्विक व्यापार और निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने में मदद करेंगे।