




नवरात्रि के पावन पर्व पर जहां मंदिरों और घरों में उत्सव का माहौल रहा, वहीं रियल एस्टेट सेक्टर में भी इस शुभ समय का बड़ा असर देखने को मिला। खरीद-फरोख्त के लिहाज से नवरात्रि हमेशा से ही खास मानी जाती रही है और इस बार भी इसका असर साफ दिखाई दिया। नोएडा और ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में कुल 6,000 प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री दर्ज की गई, जिसने न केवल डेवलपर्स बल्कि निवेशकों और खरीदारों के चेहरों पर भी रौनक ला दी।
आंकड़ों के अनुसार, नवरात्रि के दौरान नोएडा में औसतन प्रतिदिन 125 प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हुई। वहीं दादरी में यह संख्या 300 तक पहुंच गई। ग्रेटर नोएडा में प्रतिदिन लगभग 200 और जेवर में करीब 100 संपत्तियों की रजिस्ट्री दर्ज की गई। इन आंकड़ों से साफ है कि पारंपरिक रूप से महंगे माने जाने वाले नोएडा की तुलना में ग्रेटर नोएडा, ग्रेनो वेस्ट, दादरी और जेवर में प्रॉपर्टी की मांग कहीं अधिक रही।
रियल एस्टेट विशेषज्ञों का मानना है कि इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतें अपेक्षाकृत कम होने से आम खरीदार और निवेशक इन्हें ज्यादा आकर्षक विकल्प मानते हैं। नोएडा में जहां संपत्तियों की कीमतें लगातार ऊंचाई छू रही हैं, वहीं ग्रेटर नोएडा और आसपास के क्षेत्रों में अभी भी खरीदारों को सस्ते विकल्प उपलब्ध हैं। यही कारण है कि नवरात्रि जैसे शुभ अवसर पर बड़ी संख्या में लोग इन क्षेत्रों की ओर आकर्षित हुए।
विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि दादरी और जेवर जैसे इलाकों में इंफ्रास्ट्रक्चर तेजी से विकसित हो रहा है। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की वजह से इस क्षेत्र का महत्व और भी बढ़ गया है। आने वाले समय में यह इलाका रियल एस्टेट निवेश के लिहाज से बेहद फायदेमंद साबित हो सकता है। यही वजह है कि निवेशकों की नजरें इन क्षेत्रों पर टिकी हुई हैं और रजिस्ट्री के बढ़ते आंकड़े इसका स्पष्ट प्रमाण हैं।
नवरात्रि के दौरान बढ़ती रजिस्ट्री को देखते हुए रियल एस्टेट कारोबारियों में उत्साह का माहौल है। उनका कहना है कि त्योहारों के समय घर और प्रॉपर्टी खरीदना भारतीय समाज की परंपरा रही है। लोग इसे शुभ मानते हैं और इसीलिए इस दौरान हमेशा खरीदारी में तेजी देखी जाती है। इस बार भी यही रुझान सामने आया है।
ग्रेनो वेस्ट भी इस सीजन में हॉटस्पॉट साबित हुआ है। यहां पर मध्यमवर्गीय परिवारों को किफायती कीमतों पर घर उपलब्ध हो रहे हैं। बेहतर कनेक्टिविटी, स्कूलों और अस्पतालों की नजदीकी ने इसे परिवारों के लिए पसंदीदा विकल्प बना दिया है। इसके अलावा, दादरी में भी रजिस्ट्री की रफ्तार ने बाजार को चौंकाया है। विशेषज्ञ मानते हैं कि यह इलाका आने वाले कुछ वर्षों में रियल एस्टेट का नया केंद्र बन सकता है।
नोएडा प्राधिकरण और ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार, संपत्ति खरीदारी में बढ़ोतरी से सरकारी राजस्व में भी उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। नवरात्रि के दौरान हुई रजिस्ट्री ने न केवल बाजार को मजबूती दी बल्कि सरकार की आय को भी बढ़ाया।
यह भी गौर करने योग्य है कि नवरात्रि के दौरान घर खरीदने का चलन केवल निवेश तक सीमित नहीं है। बहुत से परिवार इस समय नए घरों में प्रवेश करना शुभ मानते हैं। इसलिए, खरीददारों का बड़ा हिस्सा ऐसे परिवारों का होता है जो लंबे समय से घर खरीदने की योजना बना रहे थे और नवरात्रि का इंतजार कर रहे थे।
रियल एस्टेट कारोबारियों का मानना है कि आने वाले दिनों में भी इस रफ्तार में कमी नहीं आएगी। खासकर दिवाली के मौके पर रजिस्ट्री और भी बढ़ सकती है। कई बिल्डरों ने त्योहारी सीजन में आकर्षक ऑफर और छूट भी दी हैं, जिससे खरीदारों की संख्या और बढ़ने की संभावना है।
कुल मिलाकर, नवरात्रि ने इस बार भी रियल एस्टेट बाजार में नई जान फूंक दी। नोएडा और ग्रेटर नोएडा में 6,000 प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री न केवल लोगों के विश्वास को दर्शाती है, बल्कि इस बात का संकेत भी देती है कि इन क्षेत्रों का भविष्य निवेश और आवासीय दृष्टि से उज्ज्वल है। आने वाले वर्षों में यहां प्रॉपर्टी की मांग और दाम दोनों बढ़ने की संभावना है।