




मुंबई के रानीबाग में जल्द ही एक अनोखा और आकर्षक स्नेक हाउस बनने जा रहा है। यह स्नेक हाउस न केवल पर्यटकों के लिए रोचक स्थल बनेगा, बल्कि इसमें दुनिया भर के खतरनाक सांपों को संरक्षित और प्रदर्शित किया जाएगा।
इस स्नेक हाउस में कोबरा, अजगर, रसेल वाइपर, समुद्री सांप और अन्य विषैले और विशालकाय सांप रखे जाएंगे। योजना के अनुसार, सांपों को उनके प्राकृतिक वातावरण के अनुसार विशेष टेररियम में रखा जाएगा, जिससे उनकी प्रजनन क्षमता बढ़ सके और संरक्षण के प्रयास सफल हो सकें।
सांपों की सुरक्षा और ब्रीडिंग
स्नेक हाउस में प्रत्येक सांप को उसकी प्रजाति के अनुसार अलग-अलग वातावरण मिलेगा। तापमान, नमी और प्रकाश व्यवस्था विशेष रूप से उनके स्वास्थ्य और ब्रीडिंग के लिए अनुकूल बनाई जाएगी। विशेषज्ञों का कहना है कि यह पहल मुंबई और आसपास के क्षेत्रों में सांपों के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
स्नेक हाउस में सांपों की संख्या बढ़ाने और उनकी प्राकृतिक प्रजातियों के संरक्षण के लिए वैज्ञानिक और हेरपेटोलॉजिस्ट टीम काम कर रही है। टीम का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी सांप स्वस्थ रहें और उनके जीवन चक्र में किसी प्रकार की बाधा न आए।
पर्यटकों और शिक्षण अवसर
स्नेक हाउस न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षक बनेगा, बल्कि विद्यार्थियों और शोधकर्ताओं के लिए शैक्षणिक अवसर भी उपलब्ध कराएगा। यहां लोग सांपों के व्यवहार, जीवन चक्र और उनकी विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
स्थानीय प्रशासन और वन्यजीव विभाग का कहना है कि यह परियोजना न केवल पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगी, बल्कि लोगों में सांपों के प्रति जागरूकता और सम्मान की भावना भी विकसित करेगी।
सुरक्षा उपाय
खतरनाक सांपों को प्रदर्शित करने के कारण सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। सभी टेररियम मजबूत कांच और लॉक सिस्टम से लैस होंगे। स्नेक हाउस में सुरक्षा गार्ड और प्रशिक्षित स्टाफ हमेशा उपस्थित रहेंगे ताकि कोई भी दुर्घटना या खतरा न हो। इसके अलावा, आगंतुकों को सांपों के सुरक्षित निरीक्षण के लिए निर्देश और चेतावनी दी जाएगी।
स्थानीय और राष्ट्रीय महत्व
स्नेक हाउस के बनने से मुंबई के पर्यटन क्षेत्र में नया आकर्षण जोड़ा जाएगा। स्थानीय लोग और पर्यटक इसे देखने के लिए लंबी दूरी से आएंगे। वन्यजीव प्रेमियों और शोधकर्ताओं के लिए यह भारत में सांपों की विविधता और संरक्षण पर केंद्रित पहला बड़ा प्रोजेक्ट माना जा रहा है।
स्नेक हाउस की योजना ऐसे समय में आई है जब लोग वन्यजीव संरक्षण और जैव विविधता के महत्व को समझने लगे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह परियोजना सांपों के प्रति मिथक और डर को कम करने में भी सहायक होगी।